पिछले कुछ वर्षों में, साहित्यिक दुनिया में रोमांस और इरोटिका के प्रति दृष्टिकोण में बड़ा बदलाव देखा गया है। अब यह केवल अश्लील सामग्री या गुप्त रूप से पढ़े जाने वाली किताबें नहीं रह गई हैं। यह बदलाव न केवल पाठकों के नजरिए को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि कैसे महिला लेखकों ने इस शैली को एक नई पहचान दी है।
ज़ो विलियम्स के एक लेख में, जिसमें उन्होंने “स्मट” यानी अश्लील साहित्य को पढ़ने पर अपने विचार साझा किए, यह बताया गया कि रोमांस और इरोटिका के बीच के अंतर को समझना कितना महत्वपूर्ण है। हालाँकि, कई पाठकों ने इस बात पर जोर दिया कि असली अंतर “अच्छी” और “साधारण” अश्लील सामग्री के बीच है।
स्मट का नया रूप: महिलाओं की पसंद
कई महिलाओं ने हाल के वर्षों में ऐसी किताबों को पढ़ना शुरू किया है, जो न केवल रोमांटिक हैं, बल्कि खुलकर शारीरिक संबंधों को भी दर्शाती हैं। उदाहरण के तौर पर, सारा जे मास की “ए कोर्ट ऑफ थॉर्न्स एंड रोज़ेज़” श्रृंखला ने महिलाओं के बीच भारी लोकप्रियता हासिल की है। इस श्रृंखला की नायिका फेयरे और उनके प्रेमी रीसांड की कहानी ने पाठकों को गहराई से प्रभावित किया है। इस सीरीज की सफलता के पीछे न केवल इसकी रोमांटिक और कामुक सामग्री है, बल्कि इसकी कहानी और चरित्रों की गहराई भी है।
कई पाठकों का मानना है कि उन्होंने “फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे” जैसी किताबों से जुड़ाव महसूस नहीं किया, क्योंकि उनके चरित्रों में गहराई की कमी थी। जबकि दूसरी तरफ, ऐसी किताबें जिनमें अच्छे चरित्र और मजेदार कहानी होती है, वह पाठकों को प्रभावित करती हैं और उनके अनुभव को और भी रोमांचक बनाती हैं।
फैन फिक्शन से शुरू हुआ ट्रेंड
यह बात भी महत्वपूर्ण है कि वर्तमान समय में लोकप्रिय हो रही रोमांस और इरोटिका की शैली का उद्गम फैन फिक्शन से हुआ है। इंटरनेट की व्यापक पहुंच ने पाठकों को दुनियाभर की फैन फिक्शन तक पहुंचने का मौका दिया, खासकर ऐसे समय में जब महिलाएं पारंपरिक पोर्न सामग्री तक आसानी से नहीं पहुंच पाती थीं।
फैन फिक्शन में पाए जाने वाले कई ट्रॉप्स और शैलियों ने वर्तमान साहित्य में अपनी जगह बना ली है। उदाहरण के लिए, ओमेगावर्स ट्रॉप जो फैन फिक्शन में काफी लोकप्रिय था, अब मुख्यधारा की साहित्यिक दुनिया में भी देखा जा सकता है। यह इस बात का उदाहरण है कि कैसे फैन फिक्शन ने महिलाओं को अपनी यौन इच्छाओं के बारे में खुलकर लिखने और पढ़ने की आजादी दी है, और यह प्रकाशन उद्योग के लिए भी लाभदायक साबित हुआ है।
स्मट का सामाजिक स्वीकार्यता
आज, सोशल मीडिया ने ऐसे लोगों को भी रोमांस और इरोटिका की दुनिया से परिचित कराया है, जो कभी इसे सम्मानजनक साहित्य नहीं मानते थे। लोग अब न केवल इन किताबों को पढ़ रहे हैं, बल्कि अपने अनुभवों को भी साझा कर रहे हैं।
कई शोधकर्ताओं का मानना है कि रोमांस और इरोटिका को मुख्यधारा में लाने का यह नया दौर वास्तव में बहुत पुराने फैनडम और महिलाओं के सहयोगात्मक लेखन की परंपरा से प्रेरित है। यह केवल सेक्स से जुड़ी कहानियों के बारे में नहीं है, बल्कि यह महिलाओं की कहानियों को मुख्यधारा में लाने का एक आंदोलन भी है।
महिला लेखकों द्वारा महिलाओं के लिए लिखी गई रोमांस और इरोटिका की किताबें केवल मनोरंजन का साधन नहीं हैं, बल्कि यह साहित्य की दुनिया में महिलाओं की पहचान और शक्ति का प्रतीक भी हैं। यह बदलाव न केवल समाज में महिलाओं की स्थिति को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि महिलाएं अपनी इच्छाओं और कहानियों को दुनिया के सामने लाने के लिए अब और इंतजार नहीं कर रही हैं।
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