Key Highlights:
- नागपुर में हिंसा की शुरुआत धार्मिक पुस्तक जलाने की अफवाह से हुई।
- कई क्षेत्रों में BNSS के सेक्शन 163 के अंतर्गत कर्फ्यू लागू किया गया।
- पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया।
- अनियंत्रित भीड़ में स्टोन-पेलिंग, आगजनी और संपत्ति को नुकसान पहुँचा।
- अधिकारियों द्वारा सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
नागपुर हिंसा अपडेट: अनुभव आधारित विस्तृत रिपोर्ट
सोमवार की शाम को नागपुर के केंद्रीय क्षेत्र में अचानक से हिंसा का माहौल छा गया। अफवाहों के अनुसार, एक धार्मिक पुस्तक जलाने की खबर ने शहर में उत्तेजना भड़काई। इस खबर से प्रभावित कुछ समूहों ने अपने गुस्से को बाहरी तौर पर प्रकट किया और प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ टकराव हो गया। विभिन्न क्षेत्रों में स्टोन-पेलिंग, आगजनी और संपत्ति को नुकसान पहुँचने के कारण स्थिति गंभीर रूप से बिगड़ गई।
कर्फ्यू और पुलिस कार्रवाई
स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए, महाराष्ट्र पुलिस ने BNSS के सेक्शन 163 के तहत कई पुलिस स्टेशनों के सीमाओं में कर्फ्यू लागू कर दिया है। Kotwali, Ganeshpeth, Tehsil, Lakadganj, Pachpaoli, Shantinagar, Sakkardara, Nandanvan, Imamwada, Yashodharanagar और Kapilnagar जैसे क्षेत्रों में यह कर्फ्यू लागू किया गया है। पुलिस ने 20 से अधिक संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है और एक FIR दर्ज की गई है।
Aren’t they the same Oppressed People? #NagpurViolence #Nagpur pic.twitter.com/9emsCPEdr8
— Aanand Krishna (@aanand_krishnaa) March 17, 2025
हिंसा का विस्तार और स्थिति का नियंत्रण
हिंसा की शुरुआत तभी हुई जब एक दक्षिणपंथी समूह ने औरंगजेब के मकबरे को हटाने के लिए एक प्रदर्शन का आयोजन किया। इस प्रदर्शन के बाद, कुछ अराजकतावादी भीड़ ने दुकानों को तोड़-फोड़ कर दिया, वाहनों में आग लगा दी और अनियंत्रित रूप से पत्थरबाजी की। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को भड़कने से रोकने के लिए टियर गैस और बैटन चार्ज का सहारा लिया।
नागपुर पुलिस आयुक्त रविंदर सिंगल ने आश्वासन दिया है कि अब स्थिति नियंत्रण में है और शांत वातावरण लौटाने के प्रयास तेज़ी से चल रहे हैं। पुलिस ने निवासियों से आग्रह किया है कि वे अनावश्यक बाहर न निकलें और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें।
BIG BREAKING | Islamist mob wreaks havoc in Mahal area, close to the RSS headquarters in Nagpur, Maharashtra.
Explosions heard; several vehicles torched, stones pelted, and policemen reportedly injured! pic.twitter.com/Lc9BM2zjym
— Ashwini Shrivastava (@AshwiniSahaya) March 17, 2025
प्रशासनिक निर्देश और नागरिकों के लिए सलाह
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागरिकों से शांत रहने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस सक्रिय रूप से स्थिति को संभाल रही है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र बीजेपी प्रमुख एवं मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने भी नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और स्थिति की सच्चाई जानने के लिए आधिकारिक स्रोतों पर ही विश्वास करें।
एक डॉक्टर के रूप में मेरा सुझाव है कि ऐसे तनावपूर्ण समय में मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। यदि आप या आपके आस-पास कोई व्यक्ति अत्यधिक चिंता या तनाव महसूस कर रहा है, तो तत्काल मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें। साथ ही, सुरक्षित स्थान पर रहें और अफवाहों से दूरी बनाए रखें।
तकनीकी जांच और भविष्य की तैयारियां
अधिकारियों द्वारा सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिप्स की जांच की जा रही है ताकि हिंसा के幕后 कारणों और दोषियों की पहचान की जा सके। प्रशासन ने यह भी बताया है कि सभी आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को कानून के कगार पर लाया जाएगा। इस दिशा में अधिकारियों के निरंतर प्रयासों से उम्मीद की जा रही है कि शहर में जल्द ही सामान्य स्थिति लौट आएगी।
नागपुर में हुई हिंसा ने यह साबित कर दिया है कि अफवाहों और अनुचित जानकारी कितनी तेजी से एक शहर की शांति को प्रभावित कर सकती है। प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं, लेकिन नागरिकों का सहयोग और धैर्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है। शांति बनाए रखने के लिए हमें सभी को मिलकर जिम्मेदारी निभानी होगी और अफवाहों पर विश्वास करने से पहले सत्यापित स्रोतों से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।
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