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उम्र की सीमाओं से परे: शांतनु नायडू ने गुडफेलोज इंडिया के वरिष्ठ नागरिकों के साथ मनाई होली

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मुख्य बिंदु:

  • शांतनु नायडू ने गुडफेलोज इंडिया के वरिष्ठ नागरिकों के साथ होली मनाई।
  • होली उत्सव में रंग, फूल, नृत्य और पारंपरिक मिठाइयों का समावेश था।
  • इंटरनेट समुदाय ने इस पहल की सराहना की।

होली, जो रंगों और खुशियों का त्योहार है, समाज के हर वर्ग के लिए विशेष महत्व रखता है। इस अवसर पर, जब युवा और वृद्ध सभी मिलकर रंगों में सराबोर होते हैं, तो यह एकता और प्रेम का प्रतीक बन जाता है। इसी भावना को जीवंत करते हुए, शांतनु नायडू ने गुडफेलोज इंडिया के वरिष्ठ नागरिकों के साथ होली का उत्सव मनाया, जो एक प्रेरणादायक उदाहरण है।

शांतनु नायडू, जो रतन टाटा के करीबी सहयोगी हैं, ने हाल ही में टाटा मोटर्स में महाप्रबंधक और रणनीतिक पहल के प्रमुख के रूप में पदोन्नति प्राप्त की है। उन्होंने गुडफेलोज इंडिया की स्थापना की, जिसका उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को साथी प्रदान करना है, ताकि वे अकेलापन महसूस न करें। इस होली पर, उन्होंने इन वरिष्ठ सदस्यों के साथ मिलकर त्योहार मनाया, जिससे उनकी खुशी दोगुनी हो गई।

उत्सव के दौरान, वरिष्ठ नागरिकों ने सफेद कपड़ों पर रंग-बिरंगे दुपट्टे पहनकर फूलों और रंगों से होली खेली। वे नृत्य करते, हंसते और पारंपरिक मिठाइयों का आनंद लेते नजर आए। शांतनु ने इस खास पल को साझा करते हुए कहा, “उम्र की सीमाओं से परे रंग भरते हुए। गुडफेलोज इंडिया की ओर से सभी को इंटरजेनरेशनल होली की शुभकामनाएं।”

इस पहल की सोशल मीडिया पर व्यापक सराहना हुई। लोगों ने शांतनु और उनकी टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे बुजुर्गों के लिए मजबूत और भावनात्मक समर्थन प्रदान कर रहे हैं। एक उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की, “शांतनु नायडू, भगवान आपको आशीर्वाद दें। आप कई माता-पिताओं के बेटे हैं और अपने परिवार के लिए मजबूत और भावनात्मक समर्थन हैं। आशा है कि निकट भविष्य में आपसे मिलूंगा। आपकी टीम बुजुर्गों की भलाई के लिए असाधारण और समर्पित है और हर संभव तरीके से उनका समर्थन करती है।”

गुडफेलोज इंडिया, रतन टाटा के समर्थन से, वरिष्ठ नागरिकों के बीच अकेलेपन को कम करने के लिए काम करता है। यह पहल युवा स्नातकों को बुजुर्ग व्यक्तियों के साथ जोड़ती है, ताकि वे meaningful engagement और companionship का अनुभव कर सकें। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, “हम वह सब कुछ करते हैं जो आपके पोते आपके लिए करेंगे।”

शांतनु नायडू ने 2014 में मोटोपॉज की भी स्थापना की, जो आवारा कुत्तों की सुरक्षा में सुधार पर केंद्रित एक स्टार्टअप है। इस पहल को रतन टाटा का समर्थन मिला, जो कुत्तों के प्रति अपने स्नेह के लिए जाने जाते हैं।

होली का यह विशेष उत्सव हमें यह सिखाता है कि उम्र के बंधनों को तोड़कर, हम सभी एक साथ मिलकर खुशियों के रंग बिखेर सकते हैं। शांतनु नायडू और गुडफेलोज इंडिया की यह पहल समाज के सभी वर्गों के लिए प्रेरणादायक है और यह दर्शाती है कि सच्ची खुशी बांटने में है।

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Gunvant

गुणवंत एक अनुभवी पत्रकार और लेखक हैं, जो सटीक और रोचक खबरें प्रस्तुत करने में माहिर हैं। समसामयिक मुद्दों पर उनकी गहरी समझ और सरल लेखन शैली पाठकों को आकर्षित करती है। साथ ही वे क्रिकेट में अपनी रूचि रखते है। गुणवंत का लक्ष्य समाज को जागरूक और प्रेरित करना है। वे हमेशा निष्पक्षता और सच्चाई को प्राथमिकता देते हैं।

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