---Advertisement---

बलूचिस्तान ने किया पाक सेना पर बड़ा हमला 7 जवान शहीद, BLA ने ली जिम्मेदारी

By
On:

Follow Us

महत्वपूर्ण बिंदु:

  • बलूचिस्तान के कच्छी जिले में पाकिस्तानी सेना के वाहन पर आईईडी विस्फोट, 7 सैनिकों की मौत।
  • पाकिस्तानी सेना ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) को हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया।
  • हाल के महीनों में बलूचिस्तान में BLA द्वारा कई घातक हमले, जिसमें जाफर एक्सप्रेस की अपहरण की घटना शामिल है।

6 मई 2025 को बलूचिस्तान के कच्छी जिले के माच क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना के एक वाहन को निशाना बनाकर एक शक्तिशाली आईईडी विस्फोट किया गया, जिसमें सात सैनिकों की मौत हो गई। पाकिस्तानी सेना ने इस हमले के लिए बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) को जिम्मेदार ठहराया है, जो बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए संघर्षरत एक अलगाववादी संगठन है। सेना ने कहा कि क्षेत्र में आतंकवादियों की उपस्थिति को समाप्त करने के लिए सफाई अभियान चलाया जा रहा है।

बलूचिस्तान में बढ़ती हिंसा

बलूचिस्तान पिछले दो दशकों से अस्थिरता का सामना कर रहा है, जहां स्थानीय बलूच समूहों और पार्टियों का आरोप है कि संघीय सरकार प्रांत के खनिज संसाधनों का शोषण कर रही है। BLA ने पहले भी सेना और सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर कई हमले किए हैं।

मार्च 2025 में, BLA ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को अपहृत किया था, जिसमें 440 यात्री सवार थे। इस हमले में 21 नागरिक और चार सैनिक मारे गए थे। इसके अलावा, BLA ने नोष्की जिले में एक सैन्य काफिले पर आत्मघाती हमला किया था, जिसमें उन्होंने 90 सैनिकों के मारे जाने का दावा किया था, हालांकि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार सात सैनिक मारे गए थे और 21 घायल हुए थे।

screenshot 2025 03 16 221016 0

सरकार की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की निंदा की और शहीद सैनिकों की कुर्बानी की सराहना की। सरकार ने कहा कि ऐसे कायरतापूर्ण कृत्य देश की संप्रभुता को कमजोर नहीं कर सकते और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।

बलूचिस्तान में बढ़ती हिंसा और BLA के हमले पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन गए हैं। सरकार को चाहिए कि वह बलूचिस्तान के लोगों की शिकायतों को गंभीरता से ले और उनके सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए ठोस कदम उठाए, ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित की जा सके।

यह भी पढ़े: ईरान के विदेश मंत्री अराघची की भारत यात्रा: राष्ट्रपति मुर्मू और जयशंकर से मुलाकात के पीछे की रणनीति

Shubham

शुभम झोपे एक प्रतिष्ठित लेखक हैं जो "ख़बर हरतरफ़" के लिए नियमित रूप से लेख लिखते हैं। उनकी लेखनी में समकालीन मुद्दों पर गहन विश्लेषण और सूक्ष्म दृष्टिकोण देखने को मिलता है। शुभम की लेखन शैली सहज और आकर्षक है, जो पाठकों को उनके विचारों से जोड़ देती है। शेयर बाजार, उद्यमिता और व्यापार में और सांस्कृतिक विषयों पर उनकी लेखनी विशेष रूप से सराही जाती है।

For Feedback - [email protected]

Join WhatsApp

Join Now