Key Highlights (मुख्य बिंदु):
- एक महिला पर्यटक ने वायरल वीडियो में लगाए धार्मिक पहचान पूछने के आरोप
- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुआ था भीषण आतंकी हमला
- घटना के तुरंत बाद आरोपी अयाज़ अहमद जंगल को पुलिस ने गिरफ्तार किया
- सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे इलाके में चलाया सघन सर्च ऑपरेशन
- घटना के बाद पर्यटकों में डर, कश्मीर टूरिज्म पर संकट के बादल
पहालगाम में पर्यटक से धर्म पूछने पर घमासान: वायरल वीडियो के बाद टट्टू ऑपरेटर गिरफ्तार
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंक के साए के बीच पर्यटक से धार्मिक पहचान पूछने पर टूरिस्ट ने जताई आपत्ति, वायरल वीडियो से मचा बवाल।
पहाड़ों की खूबसूरती और सुकून की तलाश में घूमने निकली एक महिला पर्यटक के लिए पहलगाम की यात्रा उस वक्त डरावनी बन गई, जब उसने महसूस किया कि उसकी धार्मिक पहचान को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं। घटना मंगलवार को पहलगाम के बैसारन मीडोज़ में हुई, जहां कुछ ही देर पहले भयानक आतंकी हमला हुआ था।
महिला ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें उसने बताया कि एक टट्टू ऑपरेटर ने उससे उसका धर्म पूछा, और कुछ संदिग्ध बातें कीं। वीडियो तेजी से वायरल हो गया और प्रशासन हरकत में आया।
इस महिला ने लिया आतंकी का फोटो#PahalgamTerroristAttack #Pahalgam #JammuKashmirAttack #TerroristAttack #JammuKashmir #KashmirTerroristAttack #Viral #Trending pic.twitter.com/RdnGCPO7Vb
— CNBC-AWAAZ (@CNBC_Awaaz) April 24, 2025
गांदरबल पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी अयाज़ अहमद जंगल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी गांदरबल के गोहिपोरा राइजन का रहने वाला है और सोनमर्ग में ठजवास ग्लेशियर पर टट्टू सेवाएं प्रदान करता है।
पुलिस ने बयान में कहा है कि आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पुलिस और सेना का सर्च ऑपरेशन तेज
आतंकी हमले के बाद, गांदरबल पुलिस, सेना, पैरामिलिट्री फोर्सेज (CRPF, SSB) ने पूरे इलाके में आक्रामक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। संदिग्ध ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) और उनके सहयोगियों के ठिकानों की भी जांच की जा रही है।
पुलिस ने बयान में कहा, “स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संभावित ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि आतंकियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।”
हमले के बाद का माहौल: डर और संशय
इस हमले के बाद, टूरिज्म सेक्टर में डर का माहौल बन गया है। एक सर्वे के अनुसार, कश्मीर आने की योजना बना रहे 10 में से 6 पर्यटकों ने अब अपनी यात्रा रद्द कर दी है।
लोग सवाल कर रहे हैं – क्या कश्मीर अब सुरक्षित है? क्या पर्यटन अब पहले जैसा रहेगा?
In view of prevailing scenario so as to liquidate the threat perceptions, Ganderbal Police alongwith Army, Para, CRPF and SSB started combing operations especially in those areas where ANEs can possibly take refuge or had connection with the OGWs and other supporters. pic.twitter.com/fOkMrXkLt9
— Ganderbal Police (@Gbl_Police) April 25, 2025
घटना का बड़ा संदर्भ: पहलगाम आतंकी हमला
इस घटना की जड़ मंगलवार को हुए उस आतंकी हमले में है जिसमें 26 पर्यटकों को गोली मार दी गई थी। यह हमला लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन The Resistance Front ने किया था।
हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों में भी बड़ा बदलाव किया। इंडस वॉटर ट्रीटी को सस्पेंड करने से लेकर, पाकिस्तान मिशन की ताकत घटाना और मिलिट्री अटैचों को निष्कासित करना – ये सब कड़े कदम भारत सरकार ने उठाए हैं।
पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए सभी द्विपक्षीय समझौते और व्यापारिक गतिविधियों को रोकने की घोषणा की है, साथ ही भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है।
पर्यटकों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए
घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पर्यटकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। टूरिज्म केवल अर्थव्यवस्था का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह देश की छवि और भरोसे से भी जुड़ा हुआ है।
प्रशासन को चाहिए कि न केवल आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करे, बल्कि पर्यटकों को आश्वस्त भी करे कि कश्मीर अभी भी उतना ही सुंदर और सुरक्षित है – जैसा कि वो उम्मीद लेकर आते हैं।
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