Key Highlights:
- EAM डॉ. एस. जयशंकर 7LKM पर CCS मीटिंग में हुए शामिल
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में CCS मीटिंग शुरू
- पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए गुजरात के तीन लोगों के शव आज रात गुजरात पहुंचेंगे
- महाराष्ट्र के पर्यटकों को विशेष फ्लाइट से कल लाया जाएगा
- कुलगाम में एनकाउंटर के दौरान गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं
CCS मीटिंग में पहुंचे S Jaishankar, पहलगाम हमले के पीड़ितों की घर वापसी आज रात
23 अप्रैल 2025 की शाम को एक बार फिर दिल्ली के 7 लोक कल्याण मार्ग (7LKM) पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भी भाग लिया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक शुरू हुई।
यह बैठक जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के तुरंत बाद बुलाई गई थी, जिसमें अब तक की पुष्टि के अनुसार 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई है।
गुजरात के तीन परिवारों का दर्द: शव लौटेंगे आज रात
हमले में मारे गए लोगों में गुजरात के तीन नागरिक – शैलेश कलाठिया (सूरत), यतीश परमार और उनका बेटा स्मित (भावनगर) भी शामिल थे। इन तीनों के शव आज रात तक गुजरात पहुंचाए जा रहे हैं। गुजरात सरकार और केंद्र सरकार ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि शोकसंतप्त परिवारों को जल्द से जल्द अपने प्रियजनों के पार्थिव शरीर सौंपे जाएं।
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने प्रेस को बताया कि राज्य सरकार लगातार केंद्र के साथ संपर्क में है और बाकी जीवित पर्यटकों की वापसी को लेकर भी व्यवस्था की जा रही है।
महाराष्ट्र सरकार की तत्परता: विशेष फ्लाइट से वापसी
वहीं महाराष्ट्र के मंत्री मुरलीधर मोहोळ ने जानकारी दी कि उनके राज्य के पर्यटकों को कल श्रीनगर से विशेष फ्लाइट के जरिए वापस लाया जाएगा। इसकी पूरी लागत राज्य सरकार वहन करेगी। यह निर्णय न केवल प्रशासनिक समझदारी दर्शाता है बल्कि पीड़ित परिवारों के साथ सरकार की संवेदनशीलता भी दिखाता है।
हमले के बाद से सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम और तंगमार्ग इलाके में एक व्यापक ऑपरेशन शुरू कर दिया है। कल रात से ही सुरक्षाबलों को वहां गोलीबारी की आवाजें सुनाई दीं, जिससे यह साफ हो गया है कि आतंकी अभी भी क्षेत्र में सक्रिय हैं। ऑपरेशन जारी है और सेना की कई टुकड़ियाँ क्षेत्र में तैनात की जा चुकी हैं।
एक निजी अनुभव: देश के हर नागरिक की चिंता
जब हम ऐसे हमलों की खबरें पढ़ते हैं, तो वह सिर्फ आंकड़े नहीं होते – वे किसी के पिता, पुत्र, मित्र या सहकर्मी होते हैं। पहलगाम में जो हुआ, उसने देश के हर नागरिक को झकझोर दिया है। हम सबने अपने जीवन में कभी न कभी ऐसे डर को महसूस किया है, जब कोई अपना दूर कहीं यात्रा पर हो और हमें उसकी चिंता सता रही हो।
भारत सरकार इस हमले को बहुत गंभीरता से ले रही है। CCS मीटिंग में आतंकवाद के खिलाफ रणनीति पर मंथन किया गया और आने वाले दिनों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं।
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