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Pahalgam Attack के बाद ISI की नई साजिश! गैर-कश्मीरियों पर बड़ा खतरा

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Key Highlights

  • पहलगाम आतंकी हमले के बाद खुफिया एजेंसियों ने जारी की चेतावनी
  • गैर-कश्मीरी, पर्यटकों, पुलिसकर्मियों और रेलवे कर्मचारियों पर हो सकते हैं हमले
  • हमलों के पीछे ISI और आतंकी संगठनों की साजिश का संदेह
  • रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर और चेनाब ब्रिज पर हमले की आशंका
  • हमला हमास-शैली की तर्ज पर किया गया: खुफिया सूत्र

नई दिल्ली: कुछ दिन पहले तक पहलगाम की वादियों में प्रकृति की खूबसूरती, पर्यटकों की भीड़ और स्थानीय संस्कृति की रौनक थी। लेकिन अब वही घाटी एक बार फिर से डर और दहशत के साए में है। 26 बेगुनाह पर्यटकों की दिन-दहाड़े हत्या ने न सिर्फ कश्मीर बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया है।

पहाड़ों में घूमने की चाह रखने वाले सैकड़ों पर्यटकों का सपना अब डर में तब्दील हो गया है।

मैं खुद एक रिपोर्टर के रूप में कई बार पहलगाम गया हूँ। घाटी के लोग मेहमाननवाज़ हैं, वहाँ की वादियाँ शांत हैं, लेकिन अब उसी वादियों में खून की बू आ रही है।

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खुफिया अलर्ट: नया खतरा

इस हमले के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और उससे जुड़े आतंकी संगठन – लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) – ने एक बार फिर घाटी को अशांत करने की साजिश रची है।

खासकर श्रीनगर और गांदरबल जिलों को टारगेट बनाया जा सकता है। पर्यटक, गैर-कश्मीरी मजदूर, कश्मीरी पंडित, रेलवे कर्मचारी और पुलिसकर्मी (खासकर CID विभाग) इनके निशाने पर हैं।

रेलवे भी निशाने पर

सूत्रों के अनुसार, रेल सेवा और बुनियादी ढांचे को भी टारगेट करने की योजना है। बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे पुल – चेनाब ब्रिज – उद्घाटन करने वाले थे। ISI की साजिश इसी प्रोजेक्ट को निशाना बना सकती है।

खबर हरतरफ को खुफिया सूत्रों ने बताया कि पहलगाम का हमला पूरी तरह हमास-स्टाइल में किया गया। जैसे 2023 में इज़राइल पर हुआ था, वैसी ही रणनीति यहाँ अपनाई गई। चार हमलावरों में दो पाकिस्तान से और दो स्थानीय थे। सभी की ट्रेनिंग पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में दी गई थी, जहां अब लश्कर और जैश के साथ मिलकर हमास का एक ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार किया गया है।

राजनयिक प्रतिक्रिया

इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ कई कूटनीतिक रिश्ते तोड़ दिए।

  • सिंधु जल संधि को निलंबित किया गया
  • पाकिस्तान मिशन के स्टाफ की संख्या कम की गई
  • सैन्य अटैचेस को निष्कासित किया गया

जवाब में पाकिस्तान ने भी भारत के साथ व्यापार और द्विपक्षीय समझौतों को रद्द कर दिया और अपने एयरस्पेस को भारतीय विमानों के लिए बंद कर दिया।

2024 की शुरुआत में कश्मीर में टूरिज्म ने 9,500 का डेली हाई छुआ था। लेकिन अब हमले के बाद हजारों पर्यटक घाटी छोड़ चुके हैं। रेलवे को नई दिल्ली-कटरा स्पेशल ट्रेन चलानी पड़ी ताकि फंसे हुए यात्रियों को निकाला जा सके।

आतंकी सोच का मकसद

इन हमलों का एकमात्र उद्देश्य कश्मीर में बनी शांति को भंग करना है। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति कमजोर हो चुकी है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ा है, इसलिए ऐसे हमलों से वह एक बार फिर से ध्यान खींचना चाहता है।

कश्मीर में अमन और विकास की राह आसान नहीं है। ISI और आतंकी संगठनों की साजिशें कभी खत्म नहीं होतीं, लेकिन देश की सुरक्षा एजेंसियाँ हर खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं। हमें सतर्क रहना है, लेकिन डरना नहीं है।

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Shubham

शुभम झोपे एक प्रतिष्ठित लेखक हैं जो "ख़बर हरतरफ़" के लिए नियमित रूप से लेख लिखते हैं। उनकी लेखनी में समकालीन मुद्दों पर गहन विश्लेषण और सूक्ष्म दृष्टिकोण देखने को मिलता है। शुभम की लेखन शैली सहज और आकर्षक है, जो पाठकों को उनके विचारों से जोड़ देती है। शेयर बाजार, उद्यमिता और व्यापार में और सांस्कृतिक विषयों पर उनकी लेखनी विशेष रूप से सराही जाती है।

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