दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास पर उनकी निजी सहायक (पीए) विभव कुमार द्वारा हमला किए जाने के आरोप में आप राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली के तिस हजारी कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया। यह घटना तीन दिन पहले की है, जब स्वाति मालीवाल को विभव कुमार ने कथित तौर पर उनके निवास पर मारा-पीटा था। मालीवाल ने गुरुवार को इस मामले में शिकायत दर्ज कराई और चुप्पी तोड़ी।
मालीवाल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “मेरे साथ जो हुआ वह बहुत बुरा था। मैंने पुलिस को घटना के बारे में अपना बयान दिया है। मुझे उम्मीद है कि उचित कार्रवाई की जाएगी। पिछले कुछ दिन मेरे लिए बहुत कठिन रहे हैं। उन सभी का धन्यवाद जिन्होंने मेरे लिए प्रार्थना की।”
पुलिस को किया था कॉल
सूत्रों के अनुसार, घटना के दौरान मालीवाल ने पुलिस को फोन करके मदद मांगी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि विभव कुमार ने उन्हें थप्पड़ मारा, लकड़ी से पीटा और पेट व छाती पर लात मारी। मालीवाल ने कहा कि जब यह सब हो रहा था, तब केजरीवाल भी घर पर मौजूद थे।
एनसीडब्ल्यू का हस्तक्षेप
महिला आयोग ने इस मामले में विभव कुमार को समन जारी किया है और 17 मई को 11 बजे उपस्थित होने का निर्देश दिया है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि अगर विभव उपस्थित नहीं होते हैं, तो आयोग की टीम उनके निवास पर जाएगी। विभव कुमार की पत्नी ने समन स्वीकार करने से इनकार कर दिया था, इसलिए इसे उनके दरवाजे पर चिपका दिया गया।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद राजनीतिक तूफान उठ खड़ा हुआ है। भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि यह असहमति को दबाने का प्रयास है। भाजपा नेताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह महिलाओं के खिलाफ अत्याचार का मामला है और इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
केजरीवाल का बयान
मुख्यमंत्री केजरीवाल और अन्य आप नेता इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं। हालांकि, यह मामला आप और भाजपा के बीच नए विवाद का कारण बन गया है, और इस पर राजनीति गरमा गई है।
निष्कर्ष
स्वाति मालीवाल द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद अब देखना होगा कि पुलिस और न्यायपालिका इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। विभव कुमार की गिरफ्तारी और मामले की विस्तृत जांच से ही सच्चाई सामने आएगी। फिलहाल, इस घटना ने दिल्ली की राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है और लोग न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
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