Key Highlights:
- श्रीलंका की तमिल राजनीतिक पार्टी ‘आवर जेनरेशन पार्टी’ ने पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर किया विरोध प्रदर्शन
- पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तान पर प्रायोजित आतंकवाद का आरोप
- प्रदर्शनकारियों ने “Pakistan Stop State-Sponsored Terrorism” जैसे नारों वाले प्लेकार्ड्स दिखाए
- पार्टी प्रमुख ने भविष्य में चुनाव लड़ने की योजना का किया ऐलान
श्रीलंका में पाकिस्तान के खिलाफ गूंजा विरोध
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो की सड़कों पर बीते दिनों एक असामान्य दृश्य देखने को मिला, जब एक अल्पसंख्यक तमिल राजनीतिक समूह ‘आवर जेनरेशन पार्टी’ ने पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का कारण था हाल ही में भारत के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला, जिसने पूरे दक्षिण एशिया को झकझोर कर रख दिया है।
इस प्रदर्शन ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आतंकवाद को लेकर क्षेत्रीय राजनीति में पाकिस्तान की भूमिका पर जवाबदेही कब तय होगी।
प्रदर्शन का उद्देश्य – शांति के लिए आवाज़
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में प्लेकार्ड्स लिए थे, जिन पर लिखा था – “Pakistan Stop State-Sponsored Terrorism”। यह नारा न केवल भारत में हुए हालिया हमले की निंदा करता है, बल्कि दक्षिण एशिया में लंबे समय से जारी पाकिस्तान की कथित भूमिका की तरफ भी इशारा करता है।
‘आवर जेनरेशन पार्टी’ के अध्यक्ष ने मीडिया से बातचीत में कहा –
“हम शांति चाहते हैं, न कि आतंक की राजनीति। पाकिस्तान को अब अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करना चाहिए। हम इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाते रहेंगे।”
राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी आई सामने
यह विरोध सिर्फ एक भावनात्मक प्रतिक्रिया नहीं था, बल्कि इसके पीछे एक रणनीतिक सोच भी नजर आई। पार्टी के अध्यक्ष ने यह भी घोषणा की कि वे जल्द ही अपनी पार्टी को औपचारिक रूप से पंजीकृत करेंगे और आगामी चुनावों में भाग लेंगे।
इससे स्पष्ट होता है कि ‘आवर जेनरेशन पार्टी’ केवल एक सामाजिक समूह नहीं, बल्कि एक भविष्य की राजनीतिक ताकत बनने की ओर अग्रसर है – और उनका मुख्य मुद्दा है “आंचलिक शांति और आतंक के खिलाफ सख्ती।”
हाल के वर्षों में भारत सहित अन्य पड़ोसी देशों ने भी पाकिस्तान पर आतंक को समर्थन देने के आरोप लगाए हैं। इस प्रदर्शन से यह साफ हो गया है कि अब यह मुद्दा केवल भारत और पाकिस्तान के बीच नहीं रहा, बल्कि इसका असर श्रीलंका जैसे अन्य पड़ोसी देशों में भी देखा जा रहा है।
क्षेत्रीय शांति के लिए एकजुटता आवश्यक
‘आवर जेनरेशन पार्टी’ का यह प्रदर्शन दर्शाता है कि आम जनता और राजनीतिक समूह अब आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे। यह विरोध एक प्रतीक है – एक नई सोच का, जो शांति को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।
दक्षिण एशिया में शांति तभी आएगी, जब हर देश अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करेगा। और इसके लिए जवाबदेही तय करना अब ज़रूरी हो चुका है।
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