Key Highlights (मुख्य बिंदु):
- प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के मधुबनी में नेशनल पंचायती राज दिवस पर कार्यक्रम को संबोधित किया।
- कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखने की अपील की।
- प्रधानमंत्री ने संवेदनशीलता के साथ राष्ट्र के प्रति कर्तव्य की भावना को दर्शाया।
PM Modi का भावुक अपील “मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि दो मिनट का मौन रखें”
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के मधुबनी ज़िले में नेशनल पंचायती राज दिवस पर जनता को संबोधित कर रहे थे, तो उनके शब्दों में एक अलग ही संवेदनशीलता और गंभीरता दिखाई दी। उन्होंने कहा:
“मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि हम उन परिवारों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखें, जिन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले में अपनों को खोया।”
इस वक्तव्य ने न सिर्फ वहां मौजूद हजारों लोगों की भावनाओं को झकझोर दिया, बल्कि देशभर में एक भावनात्मक जुड़ाव भी बना दिया।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस हमले में कई निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिनमें सुरक्षा बलों के जवानों के परिजन भी शामिल थे। इस घटना ने एक बार फिर आतंकी गतिविधियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता को उजागर किया।
PM Modi की यह अपील क्यों थी खास?
प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम दिखाता है कि राष्ट्र का नेतृत्व करने वाला व्यक्ति न सिर्फ नीतियों और योजनाओं पर ध्यान देता है, बल्कि वह हर उस नागरिक की पीड़ा को महसूस करता है जो देश की सुरक्षा की कीमत चुका रहा है। यह उनकी मानवीय सोच और जवाबदेही का स्पष्ट संकेत है।
इस भावुक अपील के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी देखने को मिलीं। कई यूज़र्स ने इसे “एक सच्चे नेता की आवाज़” कहा, तो कुछ ने लिखा कि “देश का प्रधानमंत्री हमारे दर्द को समझता है।”
प्रधानमंत्री की यह अपील एक गहरा संदेश देती है – दुख की घड़ी में हम सभी एक हैं। यही भावना भारत की आत्मा है, और यही वह ताकत है जो देश को आतंकवाद जैसी बुराइयों से लड़ने की हिम्मत देती है।
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