Key Highlights:
- पहलगाम में आतंकियों ने नाम और धर्म पूछकर की गोलीबारी
- 27 लोगों की मौत, जिनमें विदेशी नागरिक भी शामिल
- पीएम मोदी ने सऊदी दौरा बीच में छोड़ा, दिल्ली लौटे
- गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर में उच्च स्तरीय बैठक में शामिल
- अयोध्या के इकबाल अंसारी ने की तीखी निंदा, सख्त सजा की मांग
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने टूरिस्ट्स पर हमला कर 27 की जान ली। अयोध्या के इकबाल अंसारी ने घटना की कड़ी निंदा की और कहा – अब वक्त है आतंकियों को ऐसी सजा देने का जिसे आने वाली नस्ले भी याद रखें।
एक दर्दनाक दोपहर और इकबाल अंसारी की प्रतिक्रिया
23 अप्रैल की दोपहर पहलगाम की खूबसूरत वादियों में गोलियों की गूंज ने सब कुछ बदल दिया। घुड़सवारी कर रहे सैलानियों को आतंकियों ने नाम और धर्म पूछकर निशाना बनाया। इस घटना में 27 लोगों की जान चली गई, जिनमें नेपाल और यूएई के नागरिक भी थे। इस बर्बरता ने न सिर्फ जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया।
अयोध्या के प्रसिद्ध मुस्लिम समाजसेवी इकबाल अंसारी, जो राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले के मुख्य पक्षकार भी रहे हैं, इस घटना पर बुरी तरह आहत हैं। उन्होंने इस हमले को “इंसानियत के नाम पर कलंक” बताते हुए कहा कि अब सिर्फ निंदा नहीं, बल्कि ऐसी सजा दी जाए कि आने वाली नस्ले भी कांप उठें।
क्यों खास है इकबाल अंसारी की प्रतिक्रिया?
इकबाल अंसारी की बातों में सिर्फ आक्रोश नहीं, बल्कि एक संवेदनशीलता और संदेश भी है। उन्होंने कहा,
“अगर कोई धर्म या नाम के आधार पर मारा जा रहा है तो ये न सिर्फ देश की एकता के लिए खतरा है, बल्कि मानवता के लिए भी शर्मनाक है। अब ऐसी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए जिससे आतंकियों की रूह भी कांप जाए।”
घटना की विस्तृत जानकारी
- आतंकियों की संख्या: 4 (3 पाकिस्तानी, 1 स्थानीय कश्मीरी)
- हमला स्थल: बैसरन घाटी, पहलगाम (अनंतनाग जिला)
- घटना का तरीका: टूरिस्ट से पंजाबी में धर्म पूछा, पहचान होते ही फायरिंग शुरू
- फायरिंग राउंड: लगभग 50
- मरने वाले: 27, जिनमें IB ऑफिसर और एक नेवी लेफ्टिनेंट भी शामिल
- घायलों में कई विदेशी नागरिक
- पीएम मोदी ने सऊदी दौरा बीच में छोड़ा
- गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंचे, हाई-लेवल मीटिंग
- विशेष उड़ानों की व्यवस्था: श्रीनगर से दिल्ली और मुंबई के लिए चार फ्लाइट्स
सरकारी कदम और सुरक्षात्मक इंतजाम
- गृहमंत्री शाह ने सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी कीमत पर दोषी बचने न पाएं।
- केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने 24×7 निगरानी और निकासी उड़ानों की व्यवस्था की है।
- पहलगाम और आस-पास के इलाकों से टूरिस्ट्स को सुरक्षित निकालने का काम जारी।
कब रुकेगा ये सिलसिला?
एक ऐसे समय में जब घाटी टूरिज्म के जरिए आर्थिक स्थिरता की ओर बढ़ रही है, इस तरह के हमले न केवल जान लेते हैं, बल्कि उम्मीदों को भी खत्म करते हैं। क्या अब भी हम सिर्फ निंदा तक सीमित रहेंगे या कोई निर्णायक कार्रवाई होगी? इकबाल अंसारी जैसे लोगों की आवाज़ इस बार केवल भावनात्मक नहीं, बल्कि रणनीतिक कार्रवाई की मांग कर रही है।
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