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IAF का ‘आक्रमण’ अभ्यास: राफेल-सुखोई की तैनाती

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मुख्य बिंदु:

  • भारतीय वायुसेना 7 मई को रात 9:30 बजे से राजस्थान में पाकिस्तान सीमा के पास ‘आक्रमण’ नामक बड़ा सैन्य अभ्यास करेगी।
  • यह अभ्यास 5.5 घंटे तक चलेगा और इसके लिए NOTAM (Notice to Airmen) जारी किया गया है।
  • अभ्यास के दौरान कुछ हवाई उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित किया जा सकता है।
  • यह अभ्यास हाल ही में हुए पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा तैयारियों का हिस्सा है।

भारतीय वायुसेना 7 मई को करेगी ‘आक्रमण’ अभ्यास, सीमा पर बढ़ी सुरक्षा तैयारियां

भारतीय वायुसेना (IAF) 7 मई को रात 9:30 बजे से राजस्थान में पाकिस्तान सीमा के पास ‘आक्रमण’ नामक एक महत्वपूर्ण सैन्य अभ्यास करने जा रही है। यह अभ्यास कुल 5.5 घंटे तक चलेगा और इसके लिए NOTAM (Notice to Airmen) जारी किया गया है, ताकि हवाई यातायात को सावधान किया जा सके।

यह सैन्य अभ्यास उस आतंकवादी हमले के बाद आयोजित किया जा रहा है जो हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ था। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिससे भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और अधिक बढ़ गया है। ऐसे में भारतीय वायुसेना की यह कार्रवाई सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की दिशा में एक ठोस कदम माना जा रहा है।

राफेल और सुखोई जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान होंगे शामिल

‘आक्रमण’ अभ्यास में भारतीय वायुसेना के प्रमुख लड़ाकू विमान राफेल और सुखोई-30MKI हिस्सा लेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य वायुसेना की रणनीतिक और युद्धक क्षमताओं को परखना और उसे और अधिक सशक्त बनाना है। यह अभ्यास भारतीय वायुसेना की नियमित ‘आक्रमण’ श्रृंखला का हिस्सा है, जिसके जरिए सुरक्षा तैयारियों की जांच की जाती है।

NOTAM जारी, कुछ उड़ानों पर असर संभव

अभ्यास के चलते कुछ हवाई उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित किया जा सकता है। इससे यात्रियों को थोड़ी असुविधा हो सकती है, लेकिन यह कदम राष्ट्र की सुरक्षा के लिहाज से आवश्यक और उचित है। NOTAM के जरिए वायु क्षेत्र में अभ्यास के समय को चिन्हित किया गया है ताकि एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) और पायलट्स सतर्क रहें।

भारतीय वायुसेना का यह अभ्यास यह दर्शाता है कि देश बाहरी खतरों को लेकर पूरी तरह सतर्क है और हर आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। यह अभ्यास न केवल एक युद्धाभ्यास है, बल्कि यह देशवासियों को यह भरोसा दिलाने का माध्यम भी है कि उनकी सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता और प्रतिबद्धता का प्रतीक

ऐसे समय में जब भारत को सीमा पार से आतंकी गतिविधियों का सामना करना पड़ रहा है, ‘आक्रमण’ अभ्यास सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता, निर्णय क्षमता और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह अभ्यास यह भी दर्शाता है कि भारतीय वायुसेना हर परिस्थिति में देश की रक्षा के लिए तैयार है।

भारतीय वायुसेना का ‘आक्रमण’ अभ्यास केवल एक सैन्य रणनीति नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है कि भारत की सुरक्षा किसी भी परिस्थिति में समझौते योग्य नहीं है। ऐसे अभ्यास देश की रक्षा नीति को मजबूती देने के साथ-साथ जनता को यह यकीन दिलाते हैं कि उनकी रक्षा के लिए सुरक्षा बल हर समय तैयार हैं।

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Shubham

शुभम झोपे एक प्रतिष्ठित लेखक हैं जो "ख़बर हरतरफ़" के लिए नियमित रूप से लेख लिखते हैं। उनकी लेखनी में समकालीन मुद्दों पर गहन विश्लेषण और सूक्ष्म दृष्टिकोण देखने को मिलता है। शुभम की लेखन शैली सहज और आकर्षक है, जो पाठकों को उनके विचारों से जोड़ देती है। शेयर बाजार, उद्यमिता और व्यापार में और सांस्कृतिक विषयों पर उनकी लेखनी विशेष रूप से सराही जाती है।

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