Key Highlights (मुख्य बिंदु):
- गोवा के शिरगांव मंदिर में लैराई देवी यात्रा के दौरान मची भगदड़
- 6 लोगों की मौत, 50 से अधिक घायल
- भगदड़ की वजह बना संभावित करंट झटका
- मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और पीएम मोदी ने जताया दुख
- ड्रोन से निगरानी, भारी पुलिस बल की तैनाती के बावजूद हादसा
- 24/7 हेल्पलाइन और मेडिकल टीम एक्टिव
अनुभवजन्य ग्राउंड रिपोर्ट: गोवा मंदिर में कैसे मची जानलेवा भगदड़?
03 मई 2025, सुबह 9:46 बजे
पणजी (गोवा): बीती रात गोवा के प्रसिद्ध शिरगांव मंदिर में लैराई देवी जत्रा के दौरान हुए हादसे ने पूरे राज्य को झकझोर दिया। हर साल अप्रैल-मई में होने वाली यह वार्षिक यात्रा, न केवल धार्मिक श्रद्धा का केंद्र होती है, बल्कि लोक मान्यताओं से भी गहराई से जुड़ी है। लेकिन इस बार यह आयोजन मातम में बदल गया।
मैं खुद वहां मौजूद था, और मैंने देखा कि कैसे कुछ ही पलों में खुशियों का माहौल चीख-पुकार में तब्दील हो गया। श्रद्धालु अग्निदिव्या जैसे परंपरागत अनुष्ठानों में लगे हुए थे, और मध्यरात्रि में लोग आग के चारों ओर अपनी मनोकामनाएं माँग रहे थे।
क्या था भगदड़ का कारण?
करीब 4 बजे सुबह, अचानक भीड़ में हलचल शुरू हुई। कुछ चश्मदीदों का दावा है कि एक तेज़ बिजली का झटका लगा, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। अफरा-तफरी में लोग इधर-उधर भागने लगे। मंदिर परिसर की भीड़ पहले से ही बहुत ज्यादा थी, जिससे भगदड़ और भी खतरनाक हो गई।
हालांकि ‘अग्निदिव्या’ के समय कोई बड़ा आयोजन नहीं हो रहा था, पर भीड़ का नियंत्रण बिगड़ गया। कुछ श्रद्धालु ज़मीन पर गिर पड़े, और पीछे से आ रही भीड़ ने उन्हें कुचल दिया।
प्रशासन की तैयारी, फिर भी कैसे हुई चूक?
इस यात्रा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
- 1000+ पुलिसकर्मी तैनात थे
- DSP स्तर के अधिकारी, महिला पुलिस, और सादे कपड़ों में जवान मौजूद
- ड्रोन कैमरे, ट्रैफिक नियंत्रण, और वज्र वाहन (riot control vehicle) भी तैयार रखे गए थे
फिर भी, इतनी बड़ी भीड़ को सँभालना आसान नहीं था। मंदिर कमेटी और पुलिस प्रशासन ने जितनी भी कोशिश की, लेकिन भीड़ की मनोस्थिति और अचानक फैली अफवाह ने सब कुछ बिगाड़ दिया।
The aftermath of the stampede at Shirgao Zatra; garland, water bottles, and flowers seen scattered along the route.#Goa #Stampede pic.twitter.com/vlo9682bLw
— Vani Mehrotra (@vani_mehrotra) May 3, 2025
6 की मौत, 50 से ज्यादा घायल – मौके की स्थिति
घटनास्थल पर 6 लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक 17 वर्षीय लड़का भी शामिल है।
करीब 50 श्रद्धालु घायल हुए हैं और उन्हें गोवा मेडिकल कॉलेज और नॉर्थ गोवा डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घटनास्थल और अस्पतालों का दौरा किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सभी घायलों का इलाज मुफ्त किया जाएगा।
पीएम मोदी की संवेदना और हेल्पलाइन सेवा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा:
“गोवा के शिरगांव में भगदड़ की दुखद घटना से बेहद व्यथित हूं। मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना, घायल जल्द ठीक हों – यही कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पूरी मदद कर रहा है।”
स्वास्थ्य मंत्री विशाल राणे ने जानकारी दी कि 24/7 हेल्पलाइन (104) शुरू की गई है।
10 एडवांस एंबुलेंस और डॉक्टरों की विशेष टीम तैनात की गई है।
क्या सीख मिलती है इस हादसे से?
धार्मिक आस्था और आयोजन महत्वपूर्ण हैं, लेकिन भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन तैयारियों को प्राथमिकता देना अब जरूरी हो गया है। लोगों को भी अफवाहों से न घबराने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की ज़रूरत है।
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