नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ लोकतंत्र की लड़ाई में शामिल होने के लिए ट्रिनामूल कांग्रेस (TMC) के नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित एक महा INDIA गठबंधन रैली में बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा, “टीएमसी बिल्कुल INDIA गठबंधन का हिस्सा है, था, है, और रहेगा। यह भाजपा बनाम लोकतंत्र की लड़ाई है।”
रामलीला मैदान में रैली:
सोमवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई इस रैली में विपक्ष के नेताओं ने अरविंद केजरीवाल की दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन किया। यहां मौजूद थे कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खर्गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, पूर्व महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, और पूर्व झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन।
रिव्यू ऑफ रैली:
इस रैली में डेरेक ओ’ब्रायन ने नरेंद्र मोदी द्वारा लगाई गई जमीन को चुनौती देते हुए कहा, “मोदी की गारंटी का कोई वारंटी नहीं है! जब बात दाम बढ़ोतरी, नौकरियों, और भारतीय संस्थाओं की सुरक्षा की होती है, तो वहां कोई गारंटी नहीं है।” उन्होंने पुलवामा हमले पर भी विचार किया और कहा कि पूर्व जम्मू-कश्मीर गवर्नर सत्य पाल मलिक ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि “नरेंद्र मोदी को सच्चाई सामने आने नहीं देनी चाहिए।” उन्होंने पूछा, “नरेंद्र मोदी क्या छुपाना चाहते थे? हमारे जवान अपनी जानों का बलिदान देते हुए, नरेंद्र मोदी ने सस्ती राजनीति क्यों की?”
राजनीतिक घटनाओं पर नजर:
इस रैली में टीएमसी एमपी सागरिका घोष ने भी गठबंधन के समर्थन का दावा किया। उन्होंने कहा, “टीएमसी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से, मैं चाहती हूं कि टीएमसी आरविंद केजरीवाल और AAP के साथ है। मैं यह भी कहना चाहती हूं कि टीएमसी INDIA गठबंधन के साथ है।”
टीएमसी की राजनीतिक दृष्टिकोण:
यह घटना टीएमसी की राजनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो बीजेपी के खिलाफ एकता और समर्थन की भावना को उजागर करती है। टीएमसी के नेताओं द्वारा गठबंधन में खड़े होने का दावा उनकी नजरीये को समझने में मदद करता है और विपक्षी दलों के बीच एक मजबूत गठबंधन की उम्मीद को बढ़ावा देता है।
नरेंद्र मोदी के खिलाफ आलोचना:
डेरेक ओ’ब्रायन द्वारा नरेंद्र मोदी के खिलाफ उठाई गई आलोचनाएं उनके स्टैंड को और भी मजबूत करती हैं। इससे साफ होता है कि विपक्ष नरेंद्र मोदी की नीतियों और निर्णयों के खिलाफ खुलकर आवाज उठा रहा है और देश की राजनीतिक दिशा में उलझन को दरकिनार करने की कोशिश कर रहा है।
नेतृत्व में परिवर्तन:
इस घटना से साफ होता है कि टीएमसी नेतृत्व में भी कुछ परिवर्तन हो सकते हैं, जिससे राजनीतिक वातावरण में नए दायरे खुल सकते हैं। इसके साथ ही, गठबंधन की जमीनी मजबूती भी बढ़ सकती है और विपक्ष को एकता में और भी सामर्थ्य मिल सकता है।