पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच विवाद गहरा गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में भाजपा सरकार ने अपमानजनक व्यवहार किया। इस पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे ‘सस्ती राजनीति’ करार दिया।
कांग्रेस ने लगाए ये आरोप
कांग्रेस नेताओं, जिनमें नेता विपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हैं, ने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार को दिल्ली के निगमबोध घाट पर आयोजित कर उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया गया। कांग्रेस का कहना था कि एक पूर्व प्रधानमंत्री के लिए इससे बेहतर प्रबंधन होना चाहिए था।
हरदीप सिंह पुरी का पलटवार
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा,
“यह समय राजनीति करने का नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह के निधन के अगले दिन ही एक कैबिनेट बैठक बुलाकर उन्हें सर्वोच्च राजकीय सम्मान देने का निर्णय लिया। गृह मंत्रालय ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अनुरोध पर मनमोहन सिंह के लिए स्मारक बनाने की भी सहमति दी।”
उन्होंने यह भी बताया कि “एकता स्थल” नामक जगह पर नौ स्मारकों की व्यवस्था है, जिसमें से सात स्थान पहले ही भरे हुए हैं। कांग्रेस ने जो अनुरोध किया, उसे स्वीकार कर लिया गया।
नरसिम्हा राव के साथ कांग्रेस का व्यवहार
हरदीप सिंह पुरी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस पार्टी ने आज ‘सम्मान’ की बात उठाई है, वही पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के साथ अपमानजनक व्यवहार कर चुकी है।
“नरसिम्हा राव की मृत्यु 23 दिसंबर 2004 को हुई थी। कांग्रेस ने उनके पार्थिव शरीर को एआईसीसी मुख्यालय तक ले जाने की अनुमति नहीं दी। उनका अंतिम संस्कार हैदराबाद में हुआ। इसके विपरीत, मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनके लिए स्मारक बनाया गया।”
कांग्रेस-भाजपा के बीच बढ़ता विवाद
इस घटना ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच पहले से जारी राजनीतिक खींचतान को और बढ़ा दिया है। दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर गलत व्यवहार और राजनीति करने का आरोप लगा रही हैं।
हरदीप पुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने मनमोहन सिंह को उचित सम्मान देने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए।
इस पूरे प्रकरण पर जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई है। सोशल मीडिया पर भी इस विषय पर बहस छिड़ी हुई है।
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