Key Highlights (मुख्य बिंदु):
- देश के कई हिस्सों में पारा 2-4 डिग्री सेल्सियस गिरा
- बिहार-पूर्वी UP में सामान्य से नीचे तापमान
- दक्षिण भारत में अब भी गर्मी का प्रचंड प्रकोप
- दिल्ली-मुंबई-चेन्नई में पारा चढ़ा, राहत की उम्मीद
- IMD ने कई राज्यों में राहत के संकेत दिए
देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे महानगरों में सूरज से आग बरस रही है। गर्मी का ऐसा डबल अटैक देखने को मिल रहा है कि लोग न घर में चैन से रह पा रहे हैं और न बाहर। लेकिन इसी बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कुछ राज्यों के लिए राहत की खबर दी है।
कहां मिला राहत का अहसास?
IMD की रिपोर्ट के अनुसार बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में तापमान सामान्य से 5-8 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है। यहां लोगों को कुछ राहत महसूस हुई है। झारखंड, उत्तर ओडिशा, गंगा के पश्चिम बंगाल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल जैसे क्षेत्रों में भी तापमान सामान्य से 2-4 डिग्री सेल्सियस कम हुआ है।
दक्षिण भारत में अब भी ‘हॉट स्पॉट’ बना हुआ है
तेलंगाना, रायलसीमा, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों, दक्षिण छत्तीसगढ़ और आंतरिक महाराष्ट्र जैसे क्षेत्र अब भी 39-42 डिग्री सेल्सियस की भीषण गर्मी से झुलस रहे हैं। दक्षिण केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक जैसे राज्यों में तापमान 36-38 डिग्री के बीच बना हुआ है।
दिल्ली में भी तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच चुका है, जिससे गर्म हवाएं और लू ने हालात और बिगाड़ दिए हैं।
IMD की ताजा रिपोर्ट – राहत या चिंता?
IMD के मुताबिक:
- उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में तापमान में गिरावट आई है।
- दक्षिण भारत में अभी भी पारा 40 के पार चल रहा है।
- पूर्वोत्तर भारत, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में तापमान 30-35 डिग्री के आसपास है।
- राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में पारा 43 डिग्री तक पहुंच गया है।
कब आएगी असली राहत?
IMD के अनुसार, अगले 2-3 दिनों में कुछ क्षेत्रों में आंधी-तूफान और हल्की बारिश के आसार हैं, खासकर झारखंड, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में। हालांकि दक्षिण भारत में जल्द राहत के संकेत फिलहाल नहीं दिख रहे।
डॉक्टर की सलाह – ऐसे करें खुद की सुरक्षा
- पानी अधिक पिएं: शरीर को हाइड्रेट रखना जरूरी है।
- धूप में न निकलें: दोपहर 12 से 4 बजे के बीच घर में रहें।
- हल्के कपड़े पहनें: कॉटन के ढीले और हल्के रंग के कपड़े ही पहनें।
- ओआरएस या नींबू पानी लें: लू से बचाव में मदद करता है।
- बुजुर्ग और बच्चों का खास ध्यान रखें।
जहां एक ओर उत्तर भारत को हल्की राहत मिल रही है, वहीं दक्षिण भारत के लोग अब भी गर्मी की मार झेल रहे हैं। ऐसे में सावधानी और सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय है। मौसम विभाग की नजर लगातार हालात पर बनी हुई है, लेकिन जब तक मानसून पूरी तरह नहीं आता, तब तक सतर्क रहना जरूरी है।
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