Key Highlights:
- अमित मालवीय ने हमले की तुलना हमास की रणनीति से की।
- हमास के आतंकियों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में लिया था प्रशिक्षण।
- लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कैंप में हमास ने बनाए ट्रेनिंग मॉड्यूल।
- हमास नेताओं की पाकिस्तान यात्रा पर भी जताई चिंता।
“पहलगाम हमला हमास की तर्ज़ पर”: बीजेपी नेता अमित मालवीय का बड़ा बयान
“हिंसा के पीछे की रणनीति का खुलासा, सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौती?”
नई दिल्ली: बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एक गंभीर दावा किया है। उन्होंने कहा है कि यह हमला हमास की रणनीति की नकल है, जो अब भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए नई चुनौती बनती जा रही है।
उन्होंने बताया कि हमास ने पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे आतंकी संगठनों के कैंपों में ट्रेनिंग मॉड्यूल स्थापित किए हैं। इसका सीधा प्रभाव भारत में हो रहे आतंकी हमलों में दिखाई दे रहा है।
हमास की रणनीति और भारत पर असर
अमित मालवीय के मुताबिक़, इज़राइल द्वारा छोड़े गए हमास नेताओं ने फरवरी में पाकिस्तान का दौरा किया था। इस यात्रा के दौरान, पाकिस्तान सरकार के निमंत्रण पर, इन नेताओं को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) ले जाया गया।
यही नहीं, उन्होंने यह भी दावा किया कि हमास ने वहां मौजूद आतंकी गुटों को ट्रेनिंग दी, जिससे वे अब हमले की नई तकनीकें सीख चुके हैं। यह एक चिंताजनक संकेत है, क्योंकि इससे भारत की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ सकता है।
हमास के ट्रेनिंग मॉड्यूल और भारत की सुरक्षा
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के आतंकी संगठन और हमास के बीच किसी सांठगांठ की खबर सामने आई है। लेकिन इस बार यह आरोप प्रत्यक्ष प्रमाणों के साथ सामने आया है।
अमित मालवीय ने यह भी कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को अब पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ इस नई सोच और रणनीति के खिलाफ तैयारी करनी होगी। क्योंकि अब दुश्मन की तकनीक और प्रशिक्षण अंतरराष्ट्रीय स्तर की होती जा रही है।
पहलगाम हमला: एक और चेहरा
पहलगाम में हाल ही में हुआ हमला, जिसमें कई निर्दोषों की जान गई, भारत के लिए एक जागने की घंटी है। यह साफ दर्शाता है कि दुश्मन अब अलग तरीके से सोच रहा है और उसकी प्रेरणा अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से आ रही है।
यह जरूरी है कि हम न सिर्फ अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखें, बल्कि देश के भीतर भी ऐसे नेटवर्क को समय रहते पहचानें और खत्म करें।
भारत के खिलाफ आतंक की रणनीति अब स्थानीय नहीं रही, यह वैश्विक नेटवर्क से जुड़ी हुई है। हमास जैसी आतंकवादी संस्था, जो मुख्य रूप से पश्चिम एशिया में सक्रिय है, अब दक्षिण एशिया में भी अपने पैर पसार रही है।
बीजेपी नेता अमित मालवीय का यह बयान न केवल राजनीतिक महत्व रखता है, बल्कि यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए चेतावनी भी है।
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