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UK की सख्त ट्रैवल एडवाइजरी कश्मीर और भारत-पाक सीमा की ओर न जाएं

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Key Highlights

  • ब्रिटेन ने जम्मू-कश्मीर और भारत-पाक सीमा से 10 किमी क्षेत्र में यात्रा से बचने की सलाह दी।
  • पहलगाम, गुलमर्ग, सोनमर्ग, श्रीनगर और जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर जाने से ब्रिटिश नागरिकों को मना किया गया।
  • मणिपुर राज्य में सिर्फ आवश्यक यात्रा की अनुमति की सिफारिश की गई है।
  • विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (FCDO) ने यह सलाह जारी की है।

ब्रिटेन की नई ट्रैवल एडवाइजरी

यूके सरकार ने दी चेतावनी, कहा- ब्रिटिश नागरिक जम्मू-कश्मीर और भारत-पाक सीमा से दूर रहें, मणिपुर में भी केवल आवश्यक यात्रा करें।

जब मैंने पिछले साल श्रीनगर की यात्रा की थी, तब घाटी की खूबसूरती और स्थानीय लोगों की मेहमाननवाज़ी ने दिल जीत लिया था। लेकिन इस बार जब ब्रिटेन सरकार ने अपनी लेटेस्ट ट्रैवल एडवाइजरी में जम्मू-कश्मीर और भारत-पाक सीमा की ओर यात्रा से पूरी तरह मना किया है, तो एक डर और चिंता मन में स्वाभाविक रूप से उभर आई।

यूके के Foreign, Commonwealth & Development Office (FCDO) ने हाल ही में एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें ब्रिटिश नागरिकों को भारत के जम्मू-कश्मीर क्षेत्र, पहलगाम, गुलमर्ग, सोनमर्ग और श्रीनगर जैसे पर्यटन स्थलों की यात्रा न करने की स्पष्ट हिदायत दी गई है। इसके अलावा, जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे और भारत-पाकिस्तान सीमा से 10 किलोमीटर के दायरे में किसी भी प्रकार की यात्रा से भी बचने की सिफारिश की गई है।

यह ट्रैवल एडवाइजरी न केवल पर्यटकों को सावधानी बरतने की चेतावनी देती है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से बेहद गंभीर संदेश भी देती है। एडवाइजरी में यह भी बताया गया है कि मणिपुर जैसे संवेदनशील राज्य में केवल “जरूरी यात्रा” ही की जानी चाहिए।

क्यों ज़रूरी है यह एडवाइजरी?

यह सलाह ऐसे समय में दी गई है जब कश्मीर घाटी और उत्तर-पूर्वी राज्यों में अस्थिरता बनी हुई है। हाल ही में कुछ इलाकों में हुई घटनाओं ने सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। यूके सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए यह निर्णय लेती है, और यह एडवाइजरी उसी नीति का हिस्सा है।

क्या इसका असर पर्यटन पर पड़ेगा?

बिलकुल। मेरी पिछली यात्रा में मैंने कई ब्रिटिश पर्यटकों को देखा था जो कश्मीर की वादियों में ट्रेकिंग कर रहे थे। अब यह संख्या घट सकती है, जिससे स्थानीय पर्यटन व्यवसाय प्रभावित होगा। खासकर, उन क्षेत्रों में जो पूरी तरह पर्यटन पर निर्भर हैं।

ब्रिटिश नागरिकों के लिए सलाह

ब्रिटेन की सरकार ने सभी नागरिकों को सलाह दी है कि वे अपनी यात्रा योजनाओं को पुनः मूल्यांकन करें, और अगर यात्रा बेहद जरूरी न हो तो टाल दें। इसके साथ ही, जो लोग भारत में पहले से मौजूद हैं, उन्हें स्थानीय प्रशासन और ब्रिटिश दूतावास की सलाह मानने को कहा गया है।

ब्रिटेन की यह एडवाइजरी एक सतर्कता का संकेत है, जो दर्शाती है कि बदलते वैश्विक और क्षेत्रीय परिदृश्य में यात्रा से पहले पूरी जानकारी और सुरक्षा का ध्यान रखना आवश्यक है। यदि आप ब्रिटिश नागरिक हैं या यूके के नागरिकों से जुड़े किसी क्षेत्र में काम कर रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

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Shubham

शुभम झोपे एक प्रतिष्ठित लेखक हैं जो "ख़बर हरतरफ़" के लिए नियमित रूप से लेख लिखते हैं। उनकी लेखनी में समकालीन मुद्दों पर गहन विश्लेषण और सूक्ष्म दृष्टिकोण देखने को मिलता है। शुभम की लेखन शैली सहज और आकर्षक है, जो पाठकों को उनके विचारों से जोड़ देती है। शेयर बाजार, उद्यमिता और व्यापार में और सांस्कृतिक विषयों पर उनकी लेखनी विशेष रूप से सराही जाती है।

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