Key Highlights:
- विप्रो के शेयरों में 6% की तेज गिरावट दर्ज की गई।
- Q1 FY26 के लिए कमजोर गाइडेंस से विश्लेषकों ने डाउनग्रेड किया।
- 45 में से केवल 11 विश्लेषकों ने ‘Buy’ रेटिंग दी है।
- कमजोर राजस्व वृद्धि और घटती उम्मीदों ने शेयर में गिरावट को बढ़ावा दिया।
- ब्रोकरेज फर्मों ने ₹200 से ₹280 तक के नए टारगेट तय किए हैं।
Wipro के शेयरों में 6% की गिरावट: कमजोर Q1 गाइडेंस पर विश्लेषकों ने घटाया रेटिंग और टारगेट
45 में से सिर्फ 11 विश्लेषकों ने ‘Buy’ रेटिंग दी, 15 ‘Hold’ और 19 ने ‘Sell’ का सुझाव दिया।
जब भी कोई आईटी कंपनी अपनी तिमाही रिपोर्ट पेश करती है, तो निवेशक उम्मीद करते हैं कि कंपनी का प्रदर्शन मजबूत रहेगा। लेकिन जब विप्रो (Wipro) जैसी दिग्गज आईटी कंपनी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती, तो बाजार झटके में आ जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ गुरुवार, 17 अप्रैल को, जब विप्रो के शेयरों में 6% की भारी गिरावट दर्ज की गई।
बेंगलुरु स्थित इस टेक्नोलॉजी सर्विस प्रोवाइडर ने बुधवार को बाजार बंद होने के बाद अपनी मार्च तिमाही की रिपोर्ट जारी की। हालांकि कंपनी की रिपोर्ट उनके ही पूर्वानुमान के अनुसार रही, लेकिन यह बाजार की अपेक्षाओं से कमजोर साबित हुई।
कमजोर गाइडेंस ने किया शेयर को चोटिल
कंपनी ने मार्च तिमाही में कॉन्स्टेंट करेंसी में 0.8% की गिरावट दर्ज की, जबकि स्ट्रीट 0.2% की गिरावट का अनुमान लगा रही थी। इसके साथ ही, Q1 FY26 के लिए कंपनी ने $2,505 मिलियन से $2,557 मिलियन की आय का अनुमान जताया है, जो कि -1.5% से -3.5% की गिरावट को दर्शाता है।
यह गाइडेंस निवेशकों के मनोबल को गिराने के लिए काफी था।
विश्लेषकों की प्रतिक्रियाएं और नई रणनीतियाँ
- Nuvama Institutional Equities ने विप्रो को ‘Hold’ पर डाउनग्रेड किया और टारगेट घटा कर ₹260 कर दिया।
- Emkay Global ने ‘Reduce’ रेटिंग दी और ₹260 का लक्ष्य रखा।
- Bernstein ने ‘Underperform’ का टैग लगाते हुए ₹200 का टारगेट दिया।
- Nomura ने ‘Buy’ रेटिंग बरकरार रखते हुए टारगेट ₹280 पर घटा दिया।
विश्लेषकों का मानना है कि मैक्रो इकॉनॉमिक अनिश्चितता और ग्राहकों के खर्च में सतर्कता ने कंपनी की ग्रोथ पर असर डाला है। Emkay की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ प्रोजेक्ट्स में देरी और कुछ में कटौती देखने को मिली है।
क्या कहते हैं आंकड़े और उम्मीदें?
- विप्रो का शेयर ₹247.5 पर बंद हुआ, जो एक दिन पहले से 1.5% ज्यादा है।
- पिछले एक महीने में शेयर में 5% की गिरावट आई है।
- 52-सप्ताह के उच्च स्तर ₹323 से अब तक 23.5% की गिरावट हो चुकी है।
- FY27 में कंपनी का EPS 2–4% तक घट सकता है।
- FY27 में 4% डिविडेंड यील्ड मिलने की संभावना है।
मानवकेंद्रित दृष्टिकोण: निवेशक क्या करें?
शेयर बाजार भावनाओं और उम्मीदों का खेल है। यदि आप एक रिटेल निवेशक हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं, बल्कि सतर्क रहने की आवश्यकता है। यह समय है जब रिसर्च आधारित निर्णय लिए जाएं, न कि भीड़ के साथ बहने का।
यदि आपने पहले से निवेश किया है, तो अपने निवेश की अवधि, जोखिम सहनशीलता और उद्देश्य का मूल्यांकन करें। और यदि आप अभी निवेश की सोच रहे हैं, तो बेहतर होगा कि कुछ समय रुककर स्थिति का मूल्यांकन करें।
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