Key Highlights:
- Tata Power के शेयरों में आज हलचल, शेयर 1.74% चढ़कर ₹364.50 पर पहुँचे
- मार्केट कैप ₹1.16 लाख करोड़ हुआ
- NTPC के साथ 200 MW के रिन्यूएबल प्रोजेक्ट के लिए PPA साइन किया
- Tata Power Renewable की कुल क्षमता अब 10.9 GW
- 24 महीनों में पूरे देश में FDRE प्रोजेक्ट्स होंगे पूरे
- 1 मिलियन टन से ज्यादा CO₂ उत्सर्जन में कटौती का लक्ष्य
- शेयर ने 5 साल में 898% रिटर्न दिया, पर पिछले 6 महीनों में 21% की गिरावट
Tata Power के शेयर आज सुर्खियों में, जानिए क्या है बड़ी वजह
जब भी शेयर बाजार में किसी शेयर में अचानक हलचल होती है, तो निवेशकों की नजरें उस पर टिक जाती हैं। आज Tata Power के शेयरों में जो तेजी आई है, उसके पीछे एक बहुत ही बड़ी वजह है — NTPC के साथ 200 मेगावाट के स्वच्छ ऊर्जा प्रोजेक्ट के लिए हुआ करार।
Tata Power की सब्सिडियरी कंपनी Tata Power Renewable Energy Limited (TPREL) ने ये करार साइन किया है। यह प्रोजेक्ट कंपनी के Firm and Dispatchable Renewable Energy (FDRE) मिशन का हिस्सा है, जो अगले 6 से 24 महीनों में पूरा किया जाना है।
अब तक की रिन्यूएबल जर्नी
Tata Power ने रिन्यूएबल एनर्जी में जिस गति से कदम बढ़ाए हैं, वो काबिले तारीफ है। कंपनी की 10.9 गीगावॉट की कुल क्षमता में से 5.5 GW ऑपरेशन में है — जिसमें से 4.5 GW सोलर और 1 GW विंड एनर्जी है।
बाकी 5.4 GW प्रोजेक्ट्स अभी विभिन्न चरणों में हैं, जिनमें 2.7 GW सोलर और 2.7 GW विंड एनर्जी शामिल है। ये प्रोजेक्ट्स भारत के अलग-अलग इलाकों में बनाए जा रहे हैं और अगले दो साल में पूरे हो जाएंगे।
एनवायरमेंट के लिए फायदेमंद, निवेशकों के लिए उत्साहजनक
TPREL के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट से हर साल 1,300 मिलियन यूनिट्स (MUs) बिजली का उत्पादन होगा और इससे 1 मिलियन टन से ज्यादा CO₂ उत्सर्जन की कटौती की उम्मीद है। इससे न केवल एनवायरमेंट को फायदा होगा, बल्कि Tata Power की स्थायी ग्रोथ को भी बल मिलेगा।
शेयर का प्रदर्शन: अतीत, वर्तमान और संभावनाएं
- 5 साल में 898% रिटर्न: निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा
- 2 साल में 84% की बढ़ोतरी
- पिछले 1 साल में 15.60% की गिरावट
- 6 महीनों में 21% की गिरावट
11 अप्रैल को शेयर में 1.74% की तेजी देखी गई और यह ₹364.50 पर बंद हुआ। इसका RSI 49.3 है, जो यह दर्शाता है कि शेयर फिलहाल न ओवरसोल्ड है और न ही ओवरबॉट।
हालाँकि, शेयर 5-दिन, 30-दिन और 50-दिन की मूविंग एवरेज से ऊपर, लेकिन 10, 20, 100, 150 और 200-दिन की एवरेज से नीचे ट्रेंड कर रहा है, जो तकनीकी रूप से निवेशकों को सतर्क रहने का संकेत देता है।
एक व्यक्तिगत निवेशक के रूप में मैंने Tata Power को एक स्थायी, लॉन्ग टर्म ग्रोथ स्टॉक के रूप में देखा है। इसकी साफ-सुथरी कॉर्पोरेट गवर्नेंस, इनोवेशन में निवेश और ग्रीन एनर्जी पर फोकस इसे आने वाले वर्षों के लिए एक मजबूत दावेदार बनाता है।
यदि आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के बारे में सोच रहे हैं, तो यह स्टॉक आपके पोर्टफोलियो में एक बैलेंस और स्थिरता ला सकता है।
Tata Power का NTPC के साथ यह नया करार सिर्फ एक बिज़नेस डील नहीं है, बल्कि भारत के हरित भविष्य की ओर बढ़ता हुआ एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न सिर्फ पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि निवेशकों के लिए भी भरोसेमंद संकेत देता है।