एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (NGEL) अपने बहुप्रतीक्षित प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) को मंगलवार से लॉन्च करने के लिए तैयार है। कंपनी 92.6 करोड़ शेयर जारी कर लगभग 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। यह आईपीओ भारत के सबसे बड़े आईपीओ में से एक माना जा रहा है, जिसमें Hyundai Motor India Ltd. और Swiggy Ltd. जैसे अन्य प्रमुख आईपीओ भी शामिल हैं।
NTPC Green Energy IPO की मुख्य जानकारी
- लॉन्च डेट: मंगलवार
- एंकर बुक ओपनिंग: सोमवार
- प्राइस बैंड: 102 रुपये से 108 रुपये प्रति शेयर
- कंपनी का मूल्यांकन: 91,000 करोड़ रुपये (उच्चतम प्राइस बैंड पर)
- शेयर आरक्षण:
- 75%: क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs)
- 15%: नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs)
- 10%: रिटेल इन्वेस्टर्स
- विशेष आरक्षण:
- कर्मचारियों के लिए 200 करोड़ रुपये के शेयर (5 रुपये प्रति शेयर छूट)
- एनटीपीसी शेयरधारकों के लिए 1,000 करोड़ रुपये के शेयर
GMP और निवेशकों की रुचि
IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) फिलहाल 1.40 रुपये पर है, जो पहले के 25 रुपये से काफी कम है। यह बाजार धारणा में बदलाव को दर्शाता है।
फंड का उपयोग और कंपनी की योजना
जुटाई गई राशि का 75% कंपनी के ऋण को कम करने में उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा, एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी अपने ऑपरेशंस का विस्तार करने की योजना बना रही है, जिसमें बैटरी स्टोरेज सिस्टम, हाइब्रिड एनर्जी प्रोजेक्ट्स, और आंध्र प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन हब शामिल हैं।
NTPC ग्रीन एनर्जी की पृष्ठभूमि
2022 में स्थापित एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी के पास 25.67 गीगावॉट (GW) का नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो है, जिसमें से 2.93 GW वर्तमान में चालू है। इसमें 20.32 GW सोलर और 5.35 GW विंड एनर्जी शामिल हैं। कंपनी इस वित्तीय वर्ष में 3 GW क्षमता जोड़ने और FY27 तक 8 GW तक विस्तार करने का लक्ष्य रखती है।
कंपनी के सामने चुनौतियां
हालांकि कंपनी का विकास महत्वाकांक्षी है, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं:
- कंपनी का 87% राजस्व शीर्ष पांच ग्राहकों से आता है।
- राजस्थान में अधिकतर प्रोजेक्ट्स केंद्रित होने के कारण क्षेत्रीय व्यवधानों का जोखिम।
- सप्लाई चेन और कच्चे माल की कीमतों में उतार-चढ़ाव।
निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
रिटेल निवेशक 2 लाख रुपये तक की बोली लगा सकते हैं, जबकि एनटीपीसी शेयरधारक 4 लाख रुपये तक की बोली लगा सकते हैं।
इस आईपीओ के जरिए एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी न केवल अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करना चाहती है, बल्कि भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अपनी पकड़ को भी और मजबूत करना चाहती है।