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Donald Trump का ‘India-Pakistan 1000 साल की लड़ाई’ बयान क्यों बन गया इंटरनेट पर चर्चा का विषय?

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Key Highlights:

  • Donald Trump ने India-Pakistan को लेकर ‘1000 साल की लड़ाई’ का बयान दिया।
  • बयान ने सोशल मीडिया पर यूजर्स को किया हैरान।
  • पाकिस्तान का निर्माण ही 1947 में हुआ था।
  • Pahalgam आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा।
  • भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कठोर कदम उठाए।

ट्रंप का ‘1000 साल से इंडिया-पाकिस्तान की लड़ाई’ वाला बयान

नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने भारत और पाकिस्तान के कश्मीर मुद्दे को लेकर ऐसा दावा कर दिया, जिससे सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। ट्रंप ने कहा कि “भारत और पाकिस्तान कश्मीर के लिए 1000 सालों से लड़ रहे हैं।” उनके इस बयान ने इंटरनेट पर कंफ्यूजन और बहस का माहौल बना दिया है।

कहां और कैसे दिया ट्रंप ने ये बयान?

डोनाल्ड ट्रंप ने यह टिप्पणी एयरफोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए दी। उन्होंने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को “बहुत बुरा” बताया, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। इसी दौरान उन्होंने कहा:

“मैं भारत और पाकिस्तान दोनों के बहुत करीब हूं। कश्मीर पर उनकी लड़ाई 1000 साल से चली आ रही है, शायद उससे भी ज्यादा समय से।”

उन्होंने आगे जोड़ा:

“1500 साल से उस सीमा पर तनाव है। लेकिन मुझे यकीन है कि वे इस मसले को सुलझा लेंगे।”

इंटरनेट पर लोगों का रिएक्शन:

ट्रंप का यह बयान सुनते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूजर्स ने तुरंत याद दिलाया कि पाकिस्तान का निर्माण तो केवल 1947 में हुआ था। यानी मुश्किल से 78 साल पहले।

एक यूजर ने व्यंग्य करते हुए लिखा:

“ट्रंप साहब के हिसाब से पाकिस्तान और भारत 1000 साल से लड़ रहे हैं, जबकि पाकिस्तान तो अभी सौ साल भी पूरा नहीं कर पाया।”

एक अन्य यूजर ने ऐतिहासिक तथ्य गिनाते हुए कहा:

“1500 साल पहले तो गुप्त साम्राज्य का शासन था। उस समय न इस्लाम था और न ही पाकिस्तान।”

हालांकि कुछ यूजर्स ने ट्रंप के बयान को “रूपकात्मक” यानी “metaphorical” तौर पर भी समझने की कोशिश की।

असलियत क्या है?

इतिहास की किताबें साफ कहती हैं कि पाकिस्तान का जन्म 14 अगस्त 1947 को भारत के विभाजन के बाद हुआ। कश्मीर मुद्दा भी उसी समय से विवादों में है, लेकिन 1000 या 1500 साल पुरानी लड़ाई का दावा ऐतिहासिक तथ्यों से मेल नहीं खाता।

पहलगाम आतंकी हमला और बढ़ता तनाव:

22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई, जिसमें अधिकतर पर्यटक थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन ‘The Resistance Front’ ने ली। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए:

  • सिंधु जल संधि को निलंबित किया गया।
  • अटारी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट बंद किया गया।
  • पाकिस्तानी नागरिकों के लिए SAARC वीज़ा छूट योजना को स्थगित कर दिया गया।
  • उच्चायोग में राजनयिक स्तर घटाया गया।

वहीं, पाकिस्तान ने भारत के कदमों को “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया और 1972 के शिमला समझौते से हटने की धमकी दी।

डोनाल्ड ट्रंप अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहते हैं, लेकिन इस बार का बयान भारत और पाकिस्तान के इतिहास को लेकर काफी भ्रामक रहा। इंटरनेट पर भले ही लोग उनके इस बयान पर चुटकी ले रहे हों, लेकिन कश्मीर का मुद्दा आज भी बेहद संवेदनशील बना हुआ है।

समझदारी इसी में है कि हम तथ्यों के साथ आगे बढ़ें और इतिहास की सही समझ रखें, चाहे बयान किसी भी बड़े नेता का क्यों न हो।

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Shubham

शुभम झोपे एक प्रतिष्ठित लेखक हैं जो "ख़बर हरतरफ़" के लिए नियमित रूप से लेख लिखते हैं। उनकी लेखनी में समकालीन मुद्दों पर गहन विश्लेषण और सूक्ष्म दृष्टिकोण देखने को मिलता है। शुभम की लेखन शैली सहज और आकर्षक है, जो पाठकों को उनके विचारों से जोड़ देती है। शेयर बाजार, उद्यमिता और व्यापार में और सांस्कृतिक विषयों पर उनकी लेखनी विशेष रूप से सराही जाती है।

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