भारत ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 में दक्षिण कोरिया को 3-1 से हराकर अपना विजयी क्रम जारी रखा और अब पाकिस्तान के खिलाफ रोमांचक मुकाबले की तैयारी कर रहा है। इस मुकाबले में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने शानदार खेल दिखाते हुए दो गोल किए, जिसमें उनका करियर का 200वां गोल भी शामिल था। भारत की यह लगातार चौथी जीत थी, जिससे टीम ने अपनी स्थिति को और मजबूत किया।
शुरुआती बढ़त और हरमनप्रीत का 200वां गोल
भारत ने गुरुवार को चीन के मोक्वी ट्रेनिंग बेस में खेले गए मुकाबले में शानदार शुरुआत की। पहले क्वार्टर में ही टीम ने आक्रामक खेल दिखाते हुए दक्षिण कोरिया पर दबाव बनाया और शुरुआती सातवें मिनट में आराीजीत सिंह ने दाएं फ्लैंक से तेज़ आक्रमण करते हुए पहला गोल किया। इस गोल से भारत ने अपना खाता खोला और मुकाबले में बढ़त बनाई।
कुछ ही देर बाद भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे हरमनप्रीत सिंह ने बड़ी ही सटीकता से गोल में बदलकर अपनी टीम की बढ़त को 2-0 कर दिया। यह हरमनप्रीत का करियर का 200वां गोल था, जो उनके करियर की एक बड़ी उपलब्धि थी। उनकी इस उपलब्धि ने भारतीय टीम को उत्साह से भर दिया और दर्शकों के बीच भी खुशी की लहर दौड़ गई।
दक्षिण कोरिया की वापसी की कोशिश
दूसरे क्वार्टर में दक्षिण कोरिया ने खेल में वापसी करने का प्रयास किया और भारतीय डिफेंस पर लगातार दबाव बनाया। हालांकि, भारत का डिफेंस मजबूत था और कोरियाई खिलाड़ियों को गोल करने से रोकने में सफल रहा। लेकिन, दूसरे क्वार्टर के अंतिम सेकंड में कोरिया को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे जी हुन यांग ने गोल में बदलकर कोरिया की टीम का खाता खोला और स्कोर 2-1 कर दिया।
इस गोल से कोरियाई टीम का हौसला बढ़ा और वे खेल में वापसी की कोशिश करते रहे। तीसरे क्वार्टर में कोरिया ने गेंद पर ज्यादा कब्जा बनाए रखा और भारतीय डिफेंस को चुनौती दी।
हरमनप्रीत का 201वां गोल और निर्णायक बढ़त
तीसरे क्वार्टर के अंत में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे हरमनप्रीत सिंह ने बिना किसी गलती के गोल में तब्दील कर दिया। इस गोल के साथ उन्होंने अपने करियर का 201वां गोल किया और भारत की बढ़त को 3-1 कर दिया। यह गोल भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि कोरियाई टीम लगातार दबाव बना रही थी और गोल की तलाश में थी।
हरमनप्रीत का यह गोल निर्णायक साबित हुआ, क्योंकि इसके बाद भारतीय टीम ने अपने डिफेंस को और भी मजबूत किया और कोरियाई हमलों को नाकाम किया।
दक्षिण कोरिया का संघर्ष और भारत की डिफेंसिव मजबूती
दक्षिण कोरिया ने अंतिम क्वार्टर में खेल का पूरा रुख बदलने की कोशिश की और अधिक समय तक गेंद पर कब्जा बनाए रखा। कोरियाई खिलाड़ियों ने भारतीय गोलकीपर पर दबाव डालते हुए कई पेनल्टी कॉर्नर और शॉट्स लिए, लेकिन भारतीय डिफेंस और गोलकीपर ने शानदार प्रदर्शन किया।
भारतीय खिलाड़ियों ने शांत दिमाग से खेलते हुए गेंद को अपने कब्जे में रखने की कोशिश की और जल्दबाजी में कोई गलती नहीं की। कोरियाई टीम के दबाव के बावजूद भारतीय डिफेंस अडिग रहा और टीम ने 3-1 की बढ़त के साथ अपनी चौथी जीत दर्ज की।
भारत का विजयी क्रम और आगे की चुनौतियां
भारत ने इस मुकाबले में अपनी लगातार चौथी जीत दर्ज की और अब टीम का ध्यान पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले अहम मुकाबले पर है। पाकिस्तान के खिलाफ यह मुकाबला हमेशा से ही बेहद रोमांचक और चुनौतीपूर्ण रहता है, ऐसे में भारतीय टीम के लिए यह मैच काफी महत्वपूर्ण होगा।
हरमनप्रीत सिंह के नेतृत्व में भारतीय टीम का प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में शानदार रहा है और टीम अब तक अपराजेय रही है। टीम का आत्मविश्वास ऊंचा है और वे इस जीत के क्रम को जारी रखना चाहेंगे।
हरमनप्रीत सिंह की उपलब्धि
हरमनप्रीत सिंह ने इस मैच में दो गोल कर अपने करियर का 200वां और 201वां गोल किया। भारतीय हॉकी के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हरमनप्रीत ने अपने करियर में लगातार उच्चस्तरीय प्रदर्शन किया है और वे भारतीय टीम के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में से एक हैं। उनकी इस उपलब्धि के बाद उन्हें न सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों और प्रशंसकों से बल्कि अंतरराष्ट्रीय हॉकी समुदाय से भी बधाइयां मिल रही हैं।
आने वाला मुकाबला: भारत बनाम पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला मुकाबला हमेशा से ही सबसे ज्यादा चर्चा में रहता है। यह दोनों टीमें हॉकी की दुनिया में अपने तीव्र प्रतिस्पर्धी संबंधों के लिए जानी जाती हैं। भारत अब तक टूर्नामेंट में अपराजित है और पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मुकाबले में भी जीत दर्ज करना चाहेगा।
यह मैच भारत के लिए चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि पाकिस्तान भी एक मजबूत टीम है और उनके पास अनुभवी खिलाड़ी हैं जो भारत को टक्कर दे सकते हैं। हालांकि, भारतीय टीम के पास आत्मविश्वास और निरंतरता है, जो उन्हें इस मुकाबले में जीत की ओर ले जा सकती है।
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 में भारत का प्रदर्शन अब तक बेहतरीन रहा है और टीम ने अपने विजयी क्रम को जारी रखा है। हरमनप्रीत सिंह के नेतृत्व में टीम ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ 3-1 से जीत दर्ज की, जिसमें हरमनप्रीत ने अपने करियर का 200वां और 201वां गोल किया। यह जीत भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण थी और अब टीम का ध्यान पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले बड़े मुकाबले पर है।
भारतीय टीम के डिफेंस और अटैक ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन तालमेल दिखाया है और अगर टीम इसी तरह खेलती रही, तो वे एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम करने की पूरी क्षमता रखती है।
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