प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को कहा कि भाजपा-नेतृत्वित केंद्र सरकार संविधान में परिवर्तन करना चाहती है और जनता के अधिकारों को सीमित करना चाहती है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के बलोद में कांग्रेस के कांकेर लोकसभा उम्मीदवार बिरेश ठाकुर के समर्थन में एक रैली में भाग लिया।
विस्तृत विवरण: प्रियंका गांधी ने रैली में भाजपा पर हमला करते हुए कहा, “कई भाजपा नेताओं के भाषणों में यह कहते रहते हैं कि उन्हें 400 लोकसभा सीटें दीजिए और वे संविधान को बदल देंगे। वे यह क्यों कह रहे हैं? जबकि उनके छोटे नेता और कई मंत्रियों कहते हैं कि वे संविधान को बदलेंगे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ पार्टी नेता कहते हैं कि वे इसे नहीं बदलेंगे। क्या आपको लगता है कि भाजपा नेता ऐसा बड़ा बयान मोदी जी के अनुमति के बिना कर सकते हैं?”
उन्होंने कहा, “यह एक साजिश है। संविधान ने आपको मतदान का अधिकार दिया है, आपको आरक्षण दिया है, जनजाति संस्कृति की सुरक्षा सुनिश्चित की है और दलितों के विकास की सुविधा प्रदान की है। भाजपा-नेतृत्वित केंद्र सरकार संविधान को बदलना चाहती है और जनता के अधिकारों को सीमित करना चाहती है।”
उन्होंने कहा, “संविधान में कोई भी परिवर्तन सभी को प्रभावित करेगा और लोग एक गरिमामय जीवन नहीं जी सकेंगे क्योंकि उनके अधिकार हो जाएंगे, सवाल पूछने का अधिकार सहित। भाजपा-नेतृत्वित केंद्र सरकार की नीयत सही नहीं है।”
उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, “मोदी बड़े धूमधाम से प्रचार के लिए आएंगे, महादानें का वादा करेंगे, जनजाति संस्कृति के बारे में बात करेंगे लेकिन इसे सुरक्षित करने के लिए कुछ नहीं करेंगे। वह महंगाई, बेरोज़गारी आदि पर नहीं बोलेंगे, लेकिन कोशिश की जाएगी कि वह बहुत शक्तिशाली दिखें, जबकि आश्वासन दिया जाएगा कि सब ठीक हो जाएगा।”
उन्होंने कहा, “मैं आपसे पूछना चाहती हूँ क्या पिछले 10 साल में सब अच्छा हो गया है। यह शोअफ राजनीति है।”
निष्कर्ष: प्रियंका गांधी के इस बयान से साफ है कि वे भाजपा की राजनीति को खुलकर निशाना बनाती हैं। इससे सामाजिक और राजनीतिक चर्चाओं में गहरा प्रभाव पड़ सकता है। इसमें जनता के अधिकारों की सुरक्षा और संविधानिक मूल्यों की सच्चाई का प्रकटीकरण है।
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