महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस आज मुंबई के आज़ाद मैदान में शपथ लेने वाले हैं। यह फडणवीस का तीसरा कार्यकाल होगा। 54 वर्षीय फडणवीस ने 4 दिसंबर को बीजेपी के विधायक दल के नेता के रूप में चुने जाने के बाद सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
2014 से 2019 तक अपने पहले कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहे फडणवीस ने 2022 में पांच दिनों के लिए दूसरी बार पद संभाला था। इस बार उनके साथ अजीत पवार और एकनाथ शिंदे भी डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।
फडणवीस की सफलता के 5 प्रमुख कारण
1. बीजेपी का ऐतिहासिक जनादेश
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन ने 288 सीटों में से 235 सीटें जीतकर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) को करारी शिकस्त दी। बीजेपी ने अकेले 132 सीटें जीतीं, जो इसके सहयोगियों से कहीं अधिक हैं।
2. एकनाथ शिंदे फैक्टर
एकनाथ शिंदे की शिवसेना गुट ने 57 सीटें जीतीं। हालांकि, सरकार गठन के दौरान शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद के लिए राजी करने में समय लगा। बीएमसी चुनाव में शिवसेना (उद्धव गुट) को कमजोर करने के लिए बीजेपी को शिंदे की जरूरत थी।
3. कांग्रेस का कमजोर प्रदर्शन
कांग्रेस ने 101 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन केवल 15 सीटों पर जीत दर्ज की। यह 1962 के बाद से महाराष्ट्र में कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन था।
4. ‘एक है तो सेफ है’ स्लोगन की अपील
फडणवीस ने अपनी पहली स्पीच में इस स्लोगन का ज़िक्र किया, जिसने हिंदू एकता और ओबीसी समर्थन को मजबूत किया। यह नारा विपक्ष के आरक्षण विरोधी आरोपों का जवाब था।
5. आरएसएस का समर्थन
आरएसएस ने फडणवीस के पक्ष में ज़मीनी स्तर पर वोटरों को संगठित करने का काम किया। 60,000 से अधिक छोटी सभाओं का आयोजन कर बीजेपी समर्थकों को मतदान के लिए प्रेरित किया गया।
यह भी पढ़े: महाराष्ट्र CM शपथ ग्रहण: मुंबई पुलिस ने जारी की यातायात एडवाइजरी, इन रूट्स से बचें