प्रयागराज: महा कुंभ मेला 2025 के माघी पूर्णिमा स्नान के अवसर पर संगम तट पर करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बुधवार सुबह से ही शुरू हुए इस पावन स्नान में अब तक 73 लाख से अधिक लोगों ने संगम और अन्य घाटों पर डुबकी लगाई। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित अपने आधिकारिक आवास से इस आयोजन की निगरानी की।
माघी पूर्णिमा स्नान के साथ ही महा कुंभ मेला का कल्पवास भी समाप्त हो गया। करीब 10 लाख कल्पवासी अब मेला क्षेत्र से विदा होने लगे हैं। प्रशासन ने इनसे यातायात नियमों का पालन करने और केवल अधिकृत पार्किंग स्थलों का उपयोग करने की अपील की है।
योगी आदित्यनाथ की विशेष निगरानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार सुबह 4 बजे से ही लखनऊ स्थित वॉर रूम में इस आयोजन की निगरानी शुरू कर दी। उनके साथ डीजीपी प्रशांत कुमार, गृह सचिव संजय प्रसाद और मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारी भी मौजूद रहे। योगी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में सभी श्रद्धालुओं को माघी पूर्णिमा की शुभकामनाएं दीं और कहा कि भगवान श्री हरि की कृपा से सभी का जीवन खुशियों और समृद्धि से भर जाए।
प्रशासन की विशेष तैयारी
महा कुंभ मेला के दौरान भीड़ प्रबंधन को लेकर प्रशासन ने विशेष प्रबंध किए हैं। मेला क्षेत्र को मंगलवार सुबह 4 बजे से ही ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया गया था। शहर के अन्य हिस्सों में भी बुधवार शाम 5 बजे से यातायात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि, आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है।
प्रयागराज के एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि भीड़ प्रबंधन को लेकर सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। टोल प्लाजा और पड़ोसी जिलों के अधिकारियों से रियल टाइम डेटा एकत्र किया जा रहा है ताकि वाहनों की संख्या और उनके मार्गों को नियंत्रित किया जा सके।
श्रद्धालुओं का उत्साह
आंध्र प्रदेश से आए श्रिनिवास ने कहा, “यहां आकर बहुत अच्छा लगा। यूपी सरकार ने बहुत अच्छे प्रबंध किए हैं। योगी आदित्यनाथ और पीएम नरेंद्र मोदी का बहुत धन्यवाद।” वहीं, गायत्री नामक एक श्रद्धालु ने कहा, “मैं इस पावन अवसर पर कुंभ मेला में आकर बहुत खुश हूं। यूपी सरकार ने यहां एक अच्छा माहौल बनाया है। एक हिंदू होने के नाते, पहली बार मैंने वास्तव में भारतीय होने का एहसास किया है।”
यातायात और सुरक्षा प्रबंध
प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 1,200 अतिरिक्त शटल बसों की व्यवस्था की है, जो हर 10 मिनट में उपलब्ध रहेंगी। महा कुंभ मेला का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर अंतिम ‘अमृत स्नान’ के साथ होगा।
हालांकि, इससे पहले 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के ‘अमृत स्नान’ के दौरान हुए हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई थी और 60 घायल हो गए थे। इस घटना के बाद प्रशासन ने सुरक्षा प्रबंधन को और मजबूत किया है।