Key Highlights (मुख्य बिंदु):
- भारत ने फ्रांस के साथ 26 राफेल-M फाइटर जेट्स की डील की, जिसकी कीमत लगभग ₹63,000 करोड़ है।
- डील के बाद भारतीय रक्षा कंपनियों के शेयरों में 5% से 8% तक उछाल आया।
- नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है।
- राफेल-M से भारतीय नौसेना की ताकत में बड़ा इजाफा होगा।
भारत और फ्रांस के बीच 63,000 करोड़ की राफेल M डील: जानिए सबकुछ
हाल ही में भारत ने फ्रांस के साथ करीब ₹63,000 करोड़ की डील पर आधिकारिक रूप से मुहर लगा दी है, जिसके तहत भारतीय नौसेना को 26 राफेल-M फाइटर जेट्स मिलेंगे। यह डील ऐसे समय में हुई है जब नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है और देश की रक्षा क्षमता को मजबूती देना सबसे बड़ी प्राथमिकता बन चुकी है।
मेरी व्यक्तिगत समझ के अनुसार, यह डील भारत के लिए केवल एक सैन्य सौदा नहीं है, बल्कि यह देश की रणनीतिक मजबूती और भविष्य के युद्ध परिदृश्यों के लिए एक अहम कदम है। भारतीय वायुसेना पहले ही 36 राफेल विमानों का संचालन कर रही है, जिनकी डिलीवरी 2023 के अंत तक पूरी हो चुकी थी। नौसेना के लिए यह नया सौदा विशेष रूप से Aircraft Carriers (INS Vikrant और INS Vikramaditya) की मारक क्षमता को दोगुना करने वाला है।
डील के पीछे की बड़ी वजहें
भारत ने यह कदम कई बड़े कारणों से उठाया है:
- समुद्री सुरक्षा में मजबूती: हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती उपस्थिति को देखते हुए, भारतीय नौसेना को आधुनिक और शक्तिशाली फाइटर जेट्स की जरूरत थी।
- तेजी से प्रतिक्रिया देने की क्षमता: राफेल-M जैसे विमान कार्गो और जंगी जहाजों से आसानी से टेकऑफ कर सकते हैं, जिससे समुद्री मिशनों में तेजी आएगी।
- इंडिजिनस रक्षा उत्पादन में सहयोग: इस डील में भारत की कई रक्षा कंपनियां (जैसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स) सपोर्ट सिस्टम और मेंटेनेंस का हिस्सा बनेंगी, जिससे देश के रक्षा क्षेत्र को भी मजबूती मिलेगी।
शेयर बाजार पर पड़ा असर
राफेल-M डील के ऐलान के तुरंत बाद भारतीय रक्षा कंपनियों के शेयरों में भारी तेजी देखी गई। Garden Reach Shipbuilders, Data Patterns, Cochin Shipyard, Mazagon Dock Shipbuilders और Hindustan Aeronautics जैसी कंपनियों के शेयरों में 5% से 8% की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
उदाहरण के लिए:
- Garden Reach Shipbuilders: +6.5%
- Data Patterns: +5.5%
- Mazagon Dock & Cochin Shipyard: +4-5% तक बढ़त
यह दर्शाता है कि डील का सकारात्मक असर केवल राष्ट्रीय सुरक्षा ही नहीं, बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी देखने को मिला है।

मौजूदा स्थिति और आगे की राह
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच, भारत ने Indus Water Treaty को निलंबित कर दिया है और वाघा बॉर्डर पर गतिविधियां भी रोकी हैं। ऐसे समय में राफेल-M डील भारत के मजबूत इरादों का स्पष्ट संकेत है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सेना को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है।
राफेल-M डील केवल एक विमान खरीदारी नहीं है, बल्कि भारत के बढ़ते रणनीतिक और भौगोलिक महत्व की पुष्टि भी है। आने वाले समय में, यह डील भारतीय नौसेना को समुद्री मिशनों में अपराजेय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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