दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के कारण सरकार ने सोमवार से GRAP-4 (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) के तहत सख्त प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। यह कदम राजधानी में वायु गुणवत्ता “गंभीर प्लस” स्तर तक गिरने के बाद उठाया गया।
GRAP-4 के सख्त उपाय
GRAP-4, प्रदूषण नियंत्रण के लिए सबसे उच्च स्तर की योजना है। इसके तहत आठ बिंदुओं वाला एक्शन प्लान लागू किया गया है:
- डीजल चालित माध्यम और भारी वाहनों (BS-IV और उससे नीचे) के दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध।
- निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक, केवल आवश्यक परियोजनाओं (जैसे मेट्रो, रेलवे, अस्पताल) को छूट।
- धूल फैलाने वाले सभी निर्माण कार्य पूरी तरह से प्रतिबंधित।
- स्कूलों को ऑनलाइन मोड में बदलना (कक्षा 10 और 12 को छोड़कर)।
मुख्यमंत्री अतीशी का बयान
मुख्यमंत्री अतीशी ने “एक्स” (पूर्व में ट्विटर) पर घोषणा की कि GRAP-4 लागू होने के बाद सभी स्कूल ऑनलाइन होंगे। उन्होंने कहा, “कक्षा 10 और 12 को छोड़कर सभी भौतिक कक्षाएं अगली सूचना तक स्थगित रहेंगी।”
गूगल पर GRAP-4 की ट्रेंडिंग
GRAP-4 की घोषणा के बाद गूगल पर इस विषय की खोजों में 500% की वृद्धि दर्ज की गई। रविवार शाम से अब तक 5 लाख से अधिक बार यह विषय खोजा गया।
दिल्ली और एनसीआर की स्थिति
राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में भारी स्मॉग छाया हुआ है। पहले से लागू GRAP के प्रतिबंधों में इन नए उपायों को जोड़ा गया है ताकि प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित किया जा सके।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों के अनुसार, GRAP-4 के तहत लगाए गए प्रतिबंध न केवल प्रदूषण स्तर को कम करेंगे बल्कि लंबी अवधि में स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को भी रोकने में मदद करेंगे।
दिल्ली में GRAP-4 लागू करना वायु गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक कठोर लेकिन आवश्यक कदम है। सरकार और नागरिकों के साझा प्रयास ही इस संकट को दूर कर सकते हैं।
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