भारत की विविधता और खूबसूरती का अनुभव करने के लिए हर साल हजारों विदेशी पर्यटक यहां आते हैं। इनमें से एक, जर्मनी के सॉफ्टवेयर डेवलपर सैमुअल हुबर, ने हाल ही में धर्मशाला में बिताए अपने समय के बारे में सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए। हुबर ने इसे न केवल अद्भुत बताया, बल्कि भारत की गर्मजोशी और संस्कृति की भी जमकर तारीफ की।
कैसे शुरू हुआ सफर?
सैमुअल हुबर फारकास्टर बिल्डर्स इंटरनेशनल फेलोशिप में भाग लेने के लिए भारत आए। अपनी यात्रा की शुरुआत दिल्ली से करते हुए, उन्होंने धर्मशाला तक का रोड ट्रिप किया। हालांकि, सफर के दौरान उनकी कार का टायर फट गया, जिससे उन्हें कार में रात गुजारनी पड़ी। लेकिन धर्मशाला पहुंचते ही उनकी यात्रा ने एक नया और खुशनुमा मोड़ ले लिया।
धर्मशाला की प्राकृतिक सुंदरता ने सैमुअल को बेहद प्रभावित किया। उन्होंने अपने दोस्तों के साथ स्थानीय व्यंजनों का आनंद लिया और वहां की खूबसूरत जगहों का दौरा किया। उन्होंने कहा, “यह जगह बेहद खूबसूरत है और यहां के लोग बहुत ही दयालु और मिलनसार हैं।”
सैमुअल ने धर्मशाला की प्रसिद्ध त्रिउंड ट्रेक भी पूरी की। उन्होंने इसे अपने जीवन का यादगार अनुभव बताया। उन्होंने पारंपरिक भारतीय पोशाक कुर्ता पहनने का भी अनुभव किया, जो उन्हें उनके दोस्तों ने गिफ्ट किया था।
स्थानीय संस्कृति और तकनीकी विकास की प्रशंसा
सैमुअल ने न केवल धर्मशाला की प्राकृतिक सुंदरता की तारीफ की, बल्कि भारतीय डेवलपर्स और यहां की क्रिप्टो टेक्नोलॉजी के बढ़ते क्षेत्र की भी सराहना की। उन्होंने अपने फेलोशिप कार्यक्रम के दौरान विकास और कोडिंग पर काम करने के साथ-साथ फुटबॉल खेला और ड्रोन उड़ाने जैसे मनोरंजक गतिविधियों का भी आनंद लिया।
अपनी यात्रा के आखिरी दिन, सैमुअल ने अपनी टीम के साथ मिलकर ट्रेकिंग की और धर्मशाला की ऊंचाइयों से प्रकृति की खूबसूरती को निहारा। उन्होंने कहा, “शब्द इस अनुभव को बयां नहीं कर सकते। मैं 2025 में अपने दोस्तों से मिलने और भारत की और खूबसूरत जगहों को एक्सप्लोर करने के लिए वापस आने का इंतजार नहीं कर सकता।”
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
सैमुअल ने अपने अनुभव को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया। एक यूजर ने लिखा, “आपके अनुभव को पढ़कर अच्छा लगा। कई बार विदेशी यात्रियों को बुरे अनुभव होते हैं, लेकिन आपने अपनी सकारात्मक कहानी साझा की, इसके लिए धन्यवाद।”
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