Key Highlights:
- पूर्व सेना प्रमुख जनरल शंकर रॉयचौधरी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना की।
- उन्होंने पाकिस्तान पर लगातार हमले जारी रखने की सलाह दी।
- जनरल रॉयचौधरी ने कहा कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ कम तीव्रता वाले संघर्षों के माध्यम से जवाब देना चाहिए।
पूर्व सेना प्रमुख ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना की, भारत को हमले जारी रखने की सलाह दी
पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल शंकर रॉयचौधरी ने हाल ही में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रशंसा की है। उन्होंने इस अभियान को “उत्कृष्ट योजना के साथ एक महान ऑपरेशन” बताया।
जनरल रॉयचौधरी का बयान
जनरल रॉयचौधरी, जो नवंबर 1994 से सितंबर 1997 तक भारतीय सेना के प्रमुख रहे, ने पीटीआई से बातचीत में कहा, “भारत को उन्हें (पाकिस्तान) लगातार चोट पहुंचाते रहना चाहिए। हिंदी में एक कहावत है ‘लातों के भूत बातों से नहीं मानते’… वे वैसे ही हैं। कोई युद्ध जैसी स्थिति नहीं है। यह पहले से ही एक अघोषित युद्ध है।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि भारत को बार-बार हमले जारी रखने चाहिए। हमें उनके आतंकवादी हमलों का जवाब कम तीव्रता वाले संघर्षों के माध्यम से देना चाहिए।”
ऑपरेशन सिंदूर: एक संक्षिप्त विवरण
6 मई 2025 को, भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ स्थानों पर आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 हिंदू तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी।
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इन हमलों को “केंद्रित, मापी गई और गैर-उत्तेजक” बताया, जिनका उद्देश्य लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों की बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना था। पाकिस्तान ने इन हमलों को “युद्ध का कार्य” करार दिया और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी।
जनरल शंकर रॉयचौधरी के अनुसार, भारत को आतंकवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखनी चाहिए और पाकिस्तान पर दबाव बनाए रखना चाहिए। उनका मानना है कि केवल बातचीत से स्थिति नहीं सुधरेगी, और भारत को अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
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