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कैंसर के प्रमुख कारण और बचाव के उपाय: जानिए कैसे रखें खुद को सुरक्षित

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कैंसर, जिसे सुनते ही मन में डर उत्पन्न हो जाता है, आज के समय में सबसे गंभीर बीमारियों में से एक है। इसका नाम सुनकर ही हमारे मन में एक भय की छवि बन जाती है, क्योंकि यह बीमारी अनियंत्रित रूप से शरीर के किसी भी हिस्से में फैल सकती है और अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा साबित हो सकती है। इस लेख में हम कैंसर के प्रमुख कारण, लक्षण, बचाव के उपाय और इस बीमारी के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

कैंसर के प्रमुख कारण

कैंसर का विकास शरीर में कई अलग-अलग कारणों से हो सकता है। यह कुछ बाहरी और आंतरिक कारणों का परिणाम होता है। आइए जानते हैं कि कैंसर होने के प्रमुख कारण कौन-कौन से हैं:

1. तंबाकू और धूम्रपान

तंबाकू और धूम्रपान का सेवन कैंसर के सबसे प्रमुख कारणों में से एक है। इसमें निकोटिन और अन्य हानिकारक रसायन होते हैं जो फेफड़ों, मुंह, गले, और अन्य अंगों में कैंसर उत्पन्न कर सकते हैं। तंबाकू के सेवन से विशेष रूप से फेफड़ों का कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।

2. अस्वास्थ्यकर आहार

अस्वास्थ्यकर भोजन, जैसे कि अधिक वसा, चीनी, और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन करने से कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है। इन खाद्य पदार्थों में ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को प्रोत्साहित कर सकते हैं।

3. वायरल संक्रमण

कुछ विशेष प्रकार के वायरस, जैसे कि ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) और हेपेटाइटिस बी और सी, कैंसर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। ये वायरस शरीर की कोशिकाओं के DNA को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे कैंसर हो सकता है।

4. वातावरणीय प्रदूषण

वातावरण में मौजूद कुछ विशेष प्रदूषक, जैसे कि औद्योगिक रसायन, कारखानों से निकलने वाला धुआं, और अन्य हानिकारक गैसें, कैंसर के प्रमुख कारण हो सकते हैं। इनसे लंग्स, त्वचा और अन्य अंगों में कैंसर हो सकता है।

5. अनुवांशिकता

कुछ मामलों में कैंसर का कारण अनुवांशिक हो सकता है। अगर परिवार में पहले से किसी को कैंसर हो चुका है, तो अन्य सदस्यों को भी इसका जोखिम हो सकता है।

6. विकिरण का प्रभाव

सूरज की पराबैंगनी किरणें (UV rays) और रेडिएशन एक्सपोजर भी कैंसर का कारण बन सकते हैं। विशेषकर त्वचा का कैंसर अधिकतर UV विकिरण के कारण होता है।

शरीर में कैंसर का पता कैसे चले?

कैंसर का पता लगाने के लिए कुछ प्रमुख लक्षण और संकेत होते हैं जिनके आधार पर व्यक्ति को यह संदेह हो सकता है कि उसे कैंसर है या नहीं।

1. वजन में अनियंत्रित कमी

अगर आपके वजन में अचानक से भारी कमी हो रही है और इसके पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं है, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। यह विशेषकर पेट, फेफड़े, और आंतों के कैंसर में देखा जाता है।

2. लगातार थकान

लगातार थकान, जो आराम करने पर भी ठीक न हो, कैंसर का एक सामान्य लक्षण है। इसका कारण शरीर में हो रहा संक्रमण या कैंसर कोशिकाओं का प्रसार हो सकता है।

3. त्वचा में परिवर्तन

अगर त्वचा के रंग, आकार, या बनावट में कोई असामान्य परिवर्तन होता है, तो यह त्वचा के कैंसर का संकेत हो सकता है। जैसे कि एक तिल का आकार बदलना या अचानक से एक नया तिल बन जाना।

4. नॉन-हीलिंग घाव

अगर आपके शरीर में कोई घाव बहुत समय तक ठीक नहीं हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह कैंसर के लक्षण हो सकते हैं, खासकर अगर घाव से खून आ रहा हो या उसमें दर्द हो रहा हो।

5. असामान्य खून बहना

अगर आपके शरीर के किसी हिस्से से असामान्य खून बहना शुरू हो जाता है, जैसे कि पेशाब में खून आना, खांसी में खून आना, या मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक खून बहना, तो यह कैंसर का लक्षण हो सकता है।

6. कसावट या गांठ का अनुभव

अगर आपको किसी अंग में गांठ या कसावट महसूस होती है, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। यह विशेषकर स्तन कैंसर, गले के कैंसर, और लिम्फ नोड्स के कैंसर में देखा जाता है।

कैंसर से बचाव के उपाय

कैंसर से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाए जा सकते हैं, जिनका पालन करके इस गंभीर बीमारी के जोखिम को कम किया जा सकता है।

1. स्वस्थ आहार

स्वस्थ आहार कैंसर से बचाव का एक महत्वपूर्ण तरीका है। अपने भोजन में अधिक फाइबर, फल, सब्जियां, और संपूर्ण अनाज शामिल करें। अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ, जैसे कि जंक फूड, तला-भुना खाना, और अधिक मात्रा में चीनी और नमक से बचें।

2. धूम्रपान और तंबाकू का त्याग

धूम्रपान और तंबाकू के सेवन से बचना कैंसर से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है। इसके सेवन से कई प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, विशेषकर फेफड़े, मुंह, और गले का कैंसर।

3. शारीरिक गतिविधि

नियमित शारीरिक गतिविधि करना कैंसर से बचाव में सहायक होता है। हर दिन कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि जैसे कि योग, व्यायाम, या सैर करना बहुत जरूरी है। इससे शरीर में वसा का स्तर कम होता है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।

4. शराब का सेवन कम करें

शराब के सेवन से कई प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ता है। इसे पूरी तरह से त्यागना या कम मात्रा में सेवन करना कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है।

5. सूरज की किरणों से बचाव

सूरज की पराबैंगनी किरणें त्वचा के कैंसर का प्रमुख कारण होती हैं। इसलिए, जब भी बाहर निकलें, तो सनस्क्रीन का उपयोग करें, छाया में रहें, और सुरक्षात्मक कपड़े पहनें।

6. नियमित स्वास्थ्य परीक्षण

नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और चेकअप से कैंसर का प्रारंभिक चरण में पता लगाया जा सकता है। जैसे कि महिलाओं के लिए नियमित स्तन जांच, और पुरुषों के लिए प्रोस्टेट जांच आवश्यक होती है।

कैंसर की बीमारी कैसे उत्पन्न होती है?

कैंसर एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। सामान्यतः शरीर में कोशिकाएं नियंत्रित ढंग से विभाजित होती हैं और पुराने या क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की जगह नई कोशिकाएं बनती हैं। लेकिन जब यह प्रक्रिया अनियंत्रित हो जाती है, तब कैंसर उत्पन्न होता है।

कैंसर कोशिकाओं के इस अनियंत्रित विभाजन के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे:

  • जीन में परिवर्तन (Mutation): कोशिकाओं के DNA में होने वाला कोई भी परिवर्तन (mutation) कैंसर का कारण बन सकता है। यह परिवर्तन अनुवांशिक भी हो सकता है या फिर बाहरी कारणों से हो सकता है, जैसे कि रेडिएशन या कुछ रसायनों के संपर्क में आना।
  • प्रोटीन और एंजाइम की असंतुलित मात्रा: शरीर में कुछ विशेष प्रोटीन और एंजाइम होते हैं जो कोशिकाओं के विभाजन को नियंत्रित करते हैं। अगर इनकी मात्रा में असंतुलन हो जाता है, तो कोशिकाओं का विभाजन अनियंत्रित हो सकता है, जिससे कैंसर उत्पन्न होता है।
  • इम्यून सिस्टम की कमजोरी: शरीर का इम्यून सिस्टम कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर उन्हें नष्ट करने का काम करता है। लेकिन जब इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, तो वह कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और नष्ट करने में सक्षम नहीं होता, जिससे कैंसर का विकास हो सकता है।

इंसान को कैंसर क्यों होता है?

इंसान को कैंसर होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  • आनुवांशिकी: अगर किसी के परिवार में पहले से किसी को कैंसर हो चुका है, तो उस व्यक्ति में भी कैंसर होने का खतरा अधिक होता है। कुछ विशेष प्रकार के कैंसर, जैसे कि स्तन कैंसर और ओवेरियन कैंसर, अनुवांशिक होते हैं।
  • जीवनशैली: तंबाकू का सेवन, अस्वास्थ्यकर आहार, शराब का सेवन, और शारीरिक गतिविधियों की कमी जैसी अस्वास्थ्यकर जीवनशैली कैंसर का कारण बन सकती है।
  • वातावरणीय कारण: प्रदूषण, हानिकारक रसायनों का संपर्क, और विकिरण का प्रभाव कैंसर के प्रमुख बाहरी कारण हो सकते हैं।
  • वायरल संक्रमण: कुछ विशेष वायरस जैसे कि ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) और हेपेटाइटिस बी और सी कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।

कौन सी चीज खाने से कैंसर होता है?

कुछ विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थों का अत्यधिक सेवन कैंसर का कारण बन सकता है। इनमें से कुछ प्रमुख खाद्य पदार्थ निम्नलिखित हैं:

1. प्रसंस्कृत मांस (Processed Meat)

प्रसंस्कृत मांस, जैसे कि हॉट डॉग, सॉसेज, बेकन, और सलामी, में नाइट्रेट्स और अन्य हानिकारक रसायन होते हैं जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को प्रोत्साहित कर सकते हैं।

2. अत्यधिक वसा और तला-भुना खाना

अत्यधिक वसा और तले-भुने खाने में ट्रांस फैट्स और सैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाते हैं। इससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

3. चीनी और मीठे पेय पदार्थ

अत्यधिक चीनी और मीठे पेय पदार्थों का सेवन मोटापा और इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा सकता है, जो कैंसर के विकास में सहायक हो सकते हैं। विशेष रूप से कोलन, ब्रेस्ट, और पैंक्रियास के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

4. अल्कोहल

अत्यधिक शराब का सेवन कई प्रकार के कैंसर, जैसे कि लिवर, ब्रेस्ट, और कोलन कैंसर, के जोखिम को बढ़ा सकता है। शराब के सेवन से शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ता है, जो ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकता है।

5. पैकेज्ड और प्रिज़र्वेटिव युक्त खाद्य पदार्थ

पैकेज्ड और प्रिज़र्वेटिव युक्त खाद्य पदार्थों में हानिकारक रसायन होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को प्रोत्साहित कर सकते हैं। इनमें मौजूद प्रिज़र्वेटिव्स और एडिटिव्स शरीर के लिए हानिकारक होते हैं।

निष्कर्ष

कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसे शुरुआती चरण में पहचानकर और सही जीवनशैली अपनाकर काफी हद तक रोका जा सकता है। तंबाकू और शराब का सेवन, अस्वास्थ्यकर आहार, और शारीरिक गतिविधियों की कमी कैंसर के प्रमुख कारण होते हैं। इसके अलावा, नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और जागरूकता कैंसर की पहचान और उसके उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सही जानकारी, सावधानी, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हम कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

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Dr. Shyam Gulati

डॉ. श्याम गुलाटी, एक प्रतिष्ठित स्वास्थ्य और कल्याण विशेषज्ञ, के पास आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा में दो दशकों का अनुभव है। उन्होंने अपने ज्ञान और अनुभव के माध्यम से सैकड़ों लोगों को स्वस्थ जीवन जीने में सहायता की है। "खबर हरतरफ" पर वे स्वास्थ्य और कल्याण से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर नियमित रूप से लेख लिखते हैं, जिनसे पाठकों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने में मार्गदर्शन मिलता है।

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