Key Highlights:
- Kotak Mahindra Bank के Q4 परिणाम बाजार अनुमानों से पीछे रहे।
- NII, PPOP और PAT के आंकड़ों ने निराश किया, जिसके चलते कई ब्रोकरेज हाउस ने रेटिंग डाउनग्रेड की।
- पिछले दो महीनों में स्टॉक में 15% की तेजी के बाद वैल्यूएशन अब उतना आकर्षक नहीं।
- कई ब्रोकरेज ने ‘Buy’ से ‘Hold’ की सिफारिश की है, जबकि कुछ ने टारगेट प्राइस में संशोधन किया है।
- बैंक का एसेट क्वालिटी बेहतर हुई, लेकिन स्लो लोन ग्रोथ चिंता का विषय।
Q4 रिजल्ट्स के बाद क्या बदला Kotak Mahindra Bank में?
जब Kotak Mahindra Bank ने मार्च तिमाही के नतीजे जारी किए, तो बाजार को झटका लगा। नतीजे अनुमान से कमजोर रहे। खासकर Net Interest Income (NII), Pre-Provision Operating Profit (PPOP) और Profit After Tax (PAT) के मोर्चे पर। एक निवेशक होने के नाते मैं खुद इस खबर से प्रभावित हुआ, क्योंकि बीते दो महीनों में इस बैंक के शेयर में जबरदस्त 15% की तेजी देखी गई थी।
तो फिर क्या गलत हुआ?
हकीकत ये है कि स्टॉक की कीमत में जो हालिया उछाल आया, उसने इसके वैल्यूएशन को ‘महंगा’ बना दिया। Nirmal Bang और Nomura जैसे ब्रोकरेज हाउस ने अब स्टॉक को ‘Buy’ से ‘Hold’ या ‘Neutral’ में डाउनग्रेड कर दिया है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट्स क्या कहती हैं?
- Nomura India ने कहा कि बैंक का कोर-बैंक FY27 के अनुमानित बुक वैल्यू पर 1.9 गुना के वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है। इसलिए, इसने टारगेट प्राइस ₹2,200 तय करते हुए Neutral रेटिंग दी है।
- Nirmal Bang ने भी यही कहा कि अब वैल्यूएशन आकर्षक नहीं हैं और loan growth में आई सुस्ती चिंता का विषय है। इसने रेटिंग Buy से Hold कर दी है।
- Nuvama का मानना है कि Q4 में Core NII में केवल 1% की QoQ और 8% की YoY ग्रोथ हुई, जो बड़ी बैंकों में सबसे कम है।
बैंक के पॉजिटिव पॉइंट्स भी हैं
- बैंक की asset quality में सुधार हुआ है।
- Slippages लगातार दूसरे तिमाही में गिरी हैं।
- PCR (Provision Coverage Ratio) 73% से बढ़कर 78% हुआ है।
- बैंक की CASA Ratio में मामूली सुधार देखा गया है।
HDFC Institutional Equities का मानना है कि Kotak Mahindra Bank की लंबी अवधि में तीसरा सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक बनने की महत्वाकांक्षा है, जिसके लिए निवेश अधिक रहेगा। हालांकि, उन्होंने FY25/FY26 के अनुमान में 2% की कटौती की है और revised SOTP-based टारगेट ₹2,325 रखा है।
MOFSL ने कहा है कि कार्ड इश्यू पर बैन हटने से कस्टमर ऑनबोर्डिंग बेहतर होगी, जिससे बैंक को रेट कट साइकल में भी यील्ड्स का फायदा मिलेगा। उनका टारगेट ₹2,500 है।
मेरे जैसे आम निवेशक के लिए अब Kotak Mahindra Bank में नई खरीदारी करने से पहले सतर्कता जरूरी है। स्टॉक पहले ही 15-20% चढ़ चुका है, और अब एक्सपर्ट्स रेटिंग डाउनग्रेड कर रहे हैं। अगर आपने पहले से निवेश किया है, तो होल्ड कर सकते हैं, लेकिन नई पोजीशन से पहले ब्रोकरेज रिपोर्ट्स को गंभीरता से पढ़ना जरूरी है।
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