नई दिल्ली: ट्रंप इंटरनेशनल होटल, लास वेगास के बाहर गुरुवार सुबह हुए धमाके ने पूरे शहर को हिला दिया। यह धमाका 2024 मॉडल के Tesla साइबर्ट्रक में हुआ, जिसे कथित तौर पर Turo कार-शेयरिंग प्लेटफॉर्म से किराए पर लिया गया था। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सात लोग घायल हुए हैं।
Tesla के CEO Elon Musk ने इस घटना को आतंकी हमला करार देते हुए कहा,
“दुष्ट आतंकवादियों ने गलत वाहन चुना। साइबर्ट्रक ने धमाके को कंटेन कर दिया और ब्लास्ट का असर ऊपर की ओर डायरेक्ट कर दिया। यहां तक कि होटल के कांच के दरवाजे भी नहीं टूटे।”
कैसे हुआ धमाका?
जांचकर्ताओं ने बताया कि धमाका ट्रक के बेड में रखी गई सामग्री से हुआ। इसमें आतिशबाजी, गैस टैंक, और कैम्पिंग फ्यूल शामिल थे। इन सामग्रियों को एक डेटोनेशन सिस्टम से जोड़ा गया था, जिसे ड्राइवर द्वारा नियंत्रित किया गया था।
FBI जांच में जुटी
FBI के लास वेगास स्पेशल एजेंट, जेमी श्वार्ट्ज ने पुष्टि की कि इस मामले की जांच जॉइंट टेररिज्म टास्क फोर्स कर रही है।
पहले भी हुई ऐसी घटना
इस घटना की टाइमिंग ने अधिकारियों को न्यू ऑरलियन्स में हुए पिछले हमले से जोड़ने पर मजबूर कर दिया है। उस हमले में एक व्यक्ति ने पिकअप ट्रक के जरिए नववर्ष समारोह में भीड़ को कुचल दिया था, जिसमें 15 लोग मारे गए थे।
आरोपी शम्सुद्दीन जब्बार, 42 वर्षीय अमेरिकी नागरिक और पूर्व आईटी विशेषज्ञ, इस्लामिक स्टेट से प्रेरित था।
Turo का बयान
दोनों ही घटनाओं में शामिल वाहन Turo से किराए पर लिए गए थे। कंपनी ने अपने बयान में कहा,
“हम कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं। दोनों किरायेदारों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।”
Elon Musk ने साइबर्ट्रक की मजबूती की सराहना करते हुए कहा कि इसकी डिज़ाइन ने धमाके का प्रभाव होटल तक पहुंचने से रोका।
यह घटना कार-शेयरिंग प्लेटफॉर्म्स और वाहनों की सुरक्षा पर नई चर्चा को जन्म दे सकती है।
यह भी पढ़े: Galaxy S25 Ultra: Samsung का नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन, जानें पूरी डिटेल्स