Behind Tirupati Stampede: बीमार महिला के लिए खोला गया गेट बना हादसे की वजह

विष्णु निवासम, श्रीनिवासम और भूदेवी परिसरों में 94 काउंटरों पर दर्शन टोकन वितरण की व्यवस्था की गई थी।

Behind Tirupati Stampede: The gate opened for a sick woman became the reason for the accident
Behind Tirupati Stampede: The gate opened for a sick woman became the reason for the accident
WhatsApp Group Join Now

वैकुंठ एकादशी महोत्सव से दो दिन पहले, आंध्र प्रदेश के तिरुमला पहाड़ियों पर स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दर्शन टोकन लेने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस उत्सव के पहले तीन दिनों (10-12 जनवरी) के लिए 1,20,000 मुफ्त दर्शन टोकन बांटे जाने थे।

क्या है घटना का पूरा विवरण?

टोकन वितरण गुरुवार सुबह 5 बजे से शुरू होना था। हालांकि, हज़ारों श्रद्धालु बुधवार रात से ही तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) द्वारा स्थापित काउंटरों पर इकट्ठा हो गए थे।

टोकन वितरण के लिए 94 काउंटरों की व्यवस्था की गई थी। ये काउंटर विष्णु निवासम, श्रीनिवासम और भूदेवी परिसरों के अलावा सत्यानारायणपुरम, बैरागिपट्टेदा और रमणैडू स्कूल में भी लगाए गए थे।

कैसे हुई भगदड़?

तिरुपति नगर निगम आयुक्त एन. मोर्या ने बताया कि बैरागिपट्टेदा स्थित MGM हाई स्कूल के काउंटर पर लगभग 4,000-5,000 लोग बुधवार सुबह से ही जुटे हुए थे। शाम होते-होते भीड़ अनियंत्रित हो गई।

TTD के चेयरमैन बीआर नायडू ने बताया कि भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। स्थिति तब और बिगड़ गई जब एक महिला की तबीयत बिगड़ने पर गेट खोला गया। इसके बाद भीड़ एक साथ गेट की ओर भागी और भगदड़ मच गई।

क्या हुआ हादसे में?

हादसे में कम से कम 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 40 से अधिक घायल हुए। तिरुपति कलेक्टर एस वेंकटेश्वर ने “खबर हरतरफ” को बताया कि स्थिति को संभालने और भीड़ को हटाने में 15 मिनट लगे।

मंदिर में वैकुंठ एकादशी का महत्व

वैकुंठ एकादशी उत्सव में श्रद्धालु भगवान वेंकटेश्वर के उत्तर द्वार से दर्शन का विशेष अवसर प्राप्त करते हैं। यह पर्व भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

नेताओं की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से हर संभव मदद देने की अपील की।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना को “गंभीर रूप से दुखद” बताया। उन्होंने ट्वीट किया, “यह हादसा मुझे गहरे से झकझोर गया है।”

यह भी पढ़े: किसानों का गुस्सा: दिलजीत दोसांझ-पीएम मोदी मुलाकात पर सवाल

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here