यूरोपीय शेयरों ने आठ दिन की बढ़त पर विराम लगाते हुए मंगलवार को गिरावट दर्ज की। यह गिरावट मुख्यतः खनन क्षेत्र में हुए नुकसान के कारण हुई, जिसे चीन के कमजोर व्यापार आंकड़ों ने और बढ़ा दिया। इससे पहले, चीन द्वारा प्रोत्साहन उपायों की उम्मीद ने बाजार को ऊपर की ओर बनाए रखा था। अब बाजार की नजरें अमेरिकी मुद्रास्फीति डेटा पर टिकी हुई हैं, जो ब्याज दरों पर निर्णय को प्रभावित कर सकता है।
प्रमुख आंकड़े और कारण
- STOXX 600 इंडेक्स: पैन-यूरोपीय STOXX 600 इंडेक्स 0.2% गिरकर 520.02 पर आ गया।
- FTSE 100: ब्रिटेन का FTSE 100 इंडेक्स 0.5% गिरा, जो यूरोप में सबसे बड़ी गिरावट रही।
- खनिज संसाधन: कमजोर मांग के संकेतों के कारण खनिज संसाधन क्षेत्र ने सबसे ज्यादा नुकसान झेला।
- अन्य सेक्टर्स: हेल्थकेयर और ऑटोमोबाइल सेक्टर में क्रमशः 0.4% और 0.2% की मामूली बढ़त दर्ज की गई।
चीन के व्यापार आंकड़ों का प्रभाव
चीन से आए कमजोर व्यापार आंकड़ों ने बाजार की चिंताओं को बढ़ा दिया। चीन का निर्यात और आयात दोनों में कमी दर्ज की गई, जिससे खनन और औद्योगिक शेयरों में गिरावट हुई। चीन वैश्विक खनिज संसाधन मांग में बड़ा योगदान देता है, और इस प्रकार इसका प्रभाव यूरोपीय बाजारों पर गहरा पड़ा।
जर्मनी का DAX इंडेक्स भी 0.2% गिरा। नवंबर में देश की मुद्रास्फीति दर 2.4% पर स्थिर रही, जो प्रारंभिक अनुमानों के अनुरूप थी। अमेरिकी मुद्रास्फीति डेटा, जिसे बुधवार को जारी किया जाएगा, निवेश रुझानों को बदल सकता है। इससे दिसंबर 18 को होने वाली संभावित ब्याज दर कटौती पर भी असर पड़ सकता है।
निवेशकों की रणनीति और भविष्य का दृष्टिकोण
यूरोपीय शेयरों की हालिया गिरावट ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है। बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच, निवेशकों की रणनीति अब मुख्य रूप से अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और चीन के प्रोत्साहन उपायों पर निर्भर करेगी।
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