कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज राजनेता SM Krishna का मंगलवार तड़के उनके आवास पर निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार थे। अक्टूबर में अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनका इलाज घर पर चल रहा था।
परिवार के एक सूत्र ने बताया, “SM Krishna अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने सुबह 2:45 बजे अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उनके पार्थिव शरीर को आज मड्डूर ले जाया जाएगा।”
राजनीतिक सफर:
SM Krishna (सोननहल्ली मल्लैया कृष्णा) का जन्म 1932 में हुआ था। वह 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री और 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे। उनके नेतृत्व के दौरान बेंगलुरु को ‘भारत की सिलिकॉन वैली’ के रूप में नई पहचान मिली।
उन्होंने 2009 से 2012 तक मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में विदेश मंत्री के रूप में भी सेवाएं दीं। 2017 में उन्होंने कांग्रेस से नाता तोड़कर भाजपा का दामन थामा, लेकिन राजनीति में उनकी सक्रियता धीरे-धीरे कम होती गई।
पारिवारिक जीवन और शिक्षा:
SM Krishna अपने पीछे पत्नी प्रेमा और दो बेटियां, शांभवी और मालविका, छोड़ गए हैं। उन्होंने अमेरिका में दक्षिणी मेथोडिस्ट यूनिवर्सिटी और जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। वह एक फुलब्राइट स्कॉलर भी रहे।
विशेष सम्मान:
2023 में, उन्हें सार्वजनिक सेवा में उनके योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करने के बाद उन्होंने कहा, “यह मेरे माता-पिता के लिए गर्व का क्षण है। मैं भारत सरकार और कर्नाटक के लोगों का आभारी हूं।”
श्रद्धांजलि संदेश:
कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खड़गे ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “SM Krishna के निधन से गहरा दुख हुआ। उनकी दृष्टि और समर्पण ने कर्नाटक की प्रगति को आकार दिया। बेंगलुरु को वैश्विक शहर बनाने की उनकी सोच का लाभ हम आज भी उठा रहे हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।
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