महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जबकि राज्य में मुख्यमंत्री पद के नाम को लेकर सस्पेंस जारी है। हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन ने बहुमत हासिल किया, लेकिन मुख्यमंत्री पद के लिए अभी तक कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है।
चुनाव परिणाम और गठबंधन की स्थिति
20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए। भाजपा ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में 132 सीटें जीतीं, जबकि इसके सहयोगी दल—एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजीत पवार की एनसीपी ने क्रमशः 57 और 41 सीटें जीतीं।
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में फडणवीस और शिंदे
रामदास आठवले, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के प्रमुख और भाजपा के सहयोगी, ने मंगलवार को महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री का फैसला जल्द करने की अपील की। उन्होंने भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने का समर्थन किया, यह कहते हुए कि भाजपा ने सबसे अधिक सीटें जीती हैं और शीर्ष पद का हकदार है।
हालांकि, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में पिछले दो सालों में किए गए अपने काम का हवाला देते हुए इस पद पर बने रहने की इच्छा जताई है।
क्या शिंदे नाराज हैं?
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के हाई कमांड द्वारा देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने के फैसले पर एकनाथ शिंदे थोड़े नाराज बताए जा रहे हैं। रामदास आठवले ने भी इस बात की पुष्टि की और सुझाव दिया कि शिंदे को केंद्र में केंद्रीय मंत्री के रूप में भेजा जा सकता है।
आठवले ने कहा:
“यह एक अनोखी स्थिति है। भाजपा के नेता चाहते हैं कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनें, जबकि शिवसेना के नेता चाहते हैं कि एकनाथ शिंदे इस पद पर बने रहें।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में हो सकता है बड़ा ऐलान
आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिंदे इस विवाद को लेकर अपनी स्थिति साफ कर सकते हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में यह एक महत्वपूर्ण पल होगा, क्योंकि महायुति गठबंधन को नई सरकार के गठन के लिए एकजुटता दिखाने की जरूरत है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के नाम पर अंतिम निर्णय का इंतजार है। सभी की निगाहें आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिकी हैं, जहां कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपनी राय और भावी रणनीति पर प्रकाश डाल सकते हैं।
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