शनिदेव, जिन्हें न्याय का देवता माना जाता है, कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनि देव की पूजा के लिए विशेष माना गया है। मान्यता है कि शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव जब किसी पर होता है, तो जीवन में कई कठिनाइयां आने लगती हैं। लेकिन, कुछ विशेष उपायों को अपनाकर शनिदेव को प्रसन्न किया जा सकता है और उनकी कृपा प्राप्त की जा सकती है। यहां हम पांच प्रमुख उपायों का वर्णन कर रहे हैं, जिन्हें शनिवार को करने से शनि दोष से मुक्ति मिल सकती है और जीवन में खुशहाली आ सकती है।
शनिवार के चमत्कारी उपाय
1. पीपल के पेड़ की पूजा और जल अर्पण
शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। पीपल का पेड़ शनि देव से जुड़ा होता है और इसके नीचे दीपक जलाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं। इस दिन पीपल पर जल चढ़ाएं और 7 बार उसकी परिक्रमा करें। साथ ही, इस दौरान ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करें। यह उपाय शनि दोष को दूर करने के लिए अत्यधिक प्रभावी है।
2. सरसों के तेल का दीपक जलाएं
शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस दिन सूर्यास्त के बाद किसी बरगद या पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। साथ ही, इस दीपक को जलाते समय शनि मंत्र का जाप करें। यह उपाय शनिदेव के कष्टकारी प्रभावों से राहत दिलाता है और समृद्धि की प्राप्ति कराता है।
3. बजरंगबली की आराधना
शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करना भी अत्यधिक फलदायक होता है। शनि देव हनुमान जी के परम भक्त माने जाते हैं, इसलिए हनुमान जी की पूजा से शनि के प्रकोप से मुक्ति मिलती है। इस दिन बजरंगबली को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें। यह उपाय शनि देव को प्रसन्न करने के साथ-साथ जीवन में शांति और सुरक्षा प्रदान करता है।
4. काले कुत्ते और गाय को भोजन कराएं
शनिवार के दिन काले कुत्ते या काली गाय को भोजन कराना विशेष फलदायी माना गया है। काले कुत्ते को रोटी खिलाने से शनि देव का आशीर्वाद मिलता है और कष्ट दूर होते हैं। इसके अलावा, काली गाय को रोटी और बूंदी के लड्डू खिलाने से भी शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए प्रभावी है जिनकी कुंडली में शनि दोष है।
5. शनि यंत्र की स्थापना और पूजा
शनिवार के दिन शनि यंत्र की स्थापना करना और उसकी विधिवत पूजा करना शनि दोष निवारण के लिए एक प्रभावी उपाय है। शनि यंत्र को घर या कार्यस्थल पर स्थापित करें और प्रतिदिन उसकी पूजा करें। इस दौरान शनि मंत्रों का जाप करें और शनि देव से कृपा की प्रार्थना करें। नीले पुष्प अर्पित करना और तिल या सरसों का तेल चढ़ाना भी शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
शनि मंत्र और उनकी महत्ता
शनिवार के दिन शनि देव की पूजा के साथ-साथ शनि मंत्रों का जाप करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इनमें से कुछ प्रमुख मंत्र निम्नलिखित हैं:
- ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः
यह शनि बीज मंत्र है, जिसे जाप करने से शनि की कृपा मिलती है और उनके क्रूर प्रभाव से मुक्ति मिलती है। - ॐ शं शनैश्चराय नमः
यह एक सरल और प्रभावी मंत्र है, जिसे नियमित जाप करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं।
शनिदेव की कृपा पाने के अन्य उपाय
इन पांच प्रमुख उपायों के अलावा भी कई अन्य तरीके हैं, जिनसे शनि देव की कृपा प्राप्त की जा सकती है:
- काले घोड़े की नाल से बना छल्ला पहनना।
- काले तिल और काले वस्त्र का दान करना।
- मांस और मदिरा का त्याग करना, विशेषकर शनिवार के दिन।
- गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करना।
शनिवार का दिन शनि देव की पूजा और आराधना के लिए विशेष होता है। अगर आप नियमित रूप से इन उपायों को अपनाते हैं, तो शनि देव की कृपा आप पर बनी रहेगी और जीवन में आने वाली कठिनाइयों का सामना आसानी से किया जा सकेगा। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए समर्पितता और श्रद्धा के साथ पूजा करें, और सुनिश्चित करें कि आप गलत कार्यों से दूर रहें। शनि देव न्याय के देवता हैं और केवल अच्छे कर्म करने वालों पर ही उनकी कृपा बरसती है। इसलिए, जीवन में धर्म और कर्म का पालन करते हुए शनिदेव की पूजा करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।
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