दिल्ली की राजनीति में इन दिनों बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने आतिशी मार्लेना को नया मुख्यमंत्री चुना है। 43 वर्षीय आतिशी, जो केजरीवाल के करीबी मानी जाती हैं, अब दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी। उनकी नियुक्ति के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस फैसले को लेकर तीखा हमला बोला और उन्हें ‘दिल्ली की कठपुतली CM’ कहकर तंज कसा।
आतिशी की नियुक्ति पर BJP का तीखा हमला
आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से आतिशी के नाम का प्रस्ताव पारित किया गया, जिसे अरविंद केजरीवाल ने खुद पेश किया था। हालांकि, बीजेपी ने इस फैसले को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की। दिल्ली बीजेपी के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने यह निर्णय मन मारकर लिया और उन पर यह दबाव पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने डाला था। सचदेवा ने कहा, “आतिशी को मुख्यमंत्री इसलिए बनाया गया क्योंकि केजरीवाल दबाव में थे। दिल्ली के लोग इस भ्रष्टाचार का जवाब मांगेंगे”।
‘आतिशी कठपुतली CM हैं’
BJP के प्रवक्ता और कई वरिष्ठ नेताओं ने आतिशी की नियुक्ति पर सवाल उठाए। बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर केजरीवाल के इस्तीफे को ‘शुभ संकेत’ बताते हुए कहा कि चेहरा बदलने से कुछ नहीं होगा, और AAP के नेता अपनी पुरानी आदतें नहीं छोड़ सकते। भाजपा ने आरोप लगाया कि आतिशी को केवल एक प्रतीकात्मक नेता के रूप में नियुक्त किया गया है, जबकि असली निर्णय लेने का काम केजरीवाल के पास ही रहेगा।
Puppet CM of Delhi pic.twitter.com/1s31BS4b2N
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) September 17, 2024
BJP ने आतिशी पर लगाए गंभीर आरोप
BJP के नेता कपिल मिश्रा ने आतिशी के परिवार पर आतंकवादी अफज़ल गुरु की फांसी को रोकने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा कि AAP की यह नियुक्ति दिल्ली पर नक्सली मानसिकता थोपने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि आतिशी का न तो अन्ना हज़ारे के आंदोलन से कोई संबंध था, न ही ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ से। दिल्ली की जनता इस तरह की कम्युनिस्ट सोच वाले मुख्यमंत्री को कभी स्वीकार नहीं करेगी।
BJP के अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
दिल्ली बीजेपी के नेता मनोज तिवारी ने भी आतिशी की नियुक्ति पर तंज कसते हुए कहा कि केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली में भ्रष्टाचार और अव्यवस्था बढ़ी है। उन्होंने आतिशी को बधाई दी, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि दिल्ली की सड़कें, बिजली और पानी की समस्या अब और अधिक बढ़ चुकी हैं, और आतिशी को इन समस्याओं पर ध्यान देना होगा।
#WATCH | Delhi: BJP national spokesperson Pradeep Bhandari says, “Arvind Kejriwal wants to make a puppet/temporary person the chief minister of Delhi. He has no confidence in his party that’s why he wants to make someone the CM who is weaker than him in the party. There is an… pic.twitter.com/CFLCTtpykE
— ANI (@ANI) September 17, 2024
आतिशी की राजनीतिक यात्रा
आतिशी ने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी से जीत हासिल की थी। उन्हें मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद दिल्ली कैबिनेट में शामिल किया गया था। शिक्षा मंत्री के रूप में उनकी भूमिका को काफी सराहा गया, लेकिन अब उनके सामने मुख्यमंत्री के तौर पर बड़ी चुनौतियां होंगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर आतिशी का कार्यकाल उस समय शुरू हो रहा है जब आगामी विधानसभा चुनाव में सिर्फ कुछ महीने बचे हैं। इसके चलते उनके सामने सरकार के प्रदर्शन और पार्टी की छवि को लेकर बड़ी जिम्मेदारी होगी।
AAP में अंदरूनी संघर्ष का संकेत?
BJP ने आतिशी की नियुक्ति को AAP के भीतर के संघर्ष का नतीजा बताया। पार्टी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि केजरीवाल ने आतिशी को अपने विकल्प के रूप में चुना है क्योंकि उनके पास अपनी पार्टी पर पूरा भरोसा नहीं था। उन्होंने इसे AAP की अंदरूनी शक्ति संघर्ष और भ्रष्टाचार से जोड़ते हुए कहा कि जनता इसे नहीं भूलेगी और आगामी चुनाव में इसका जवाब देगी।
दिल्ली की राजनीति में आतिशी की नियुक्ति एक बड़ा घटनाक्रम है, लेकिन इस पर उठे सवाल और BJP की प्रतिक्रिया इसे और भी जटिल बनाते हैं। जहां एक तरफ आतिशी को नया नेतृत्व दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ BJP ने इसे कठपुतली सरकार करार देकर AAP पर राजनीतिक हमले तेज कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि आतिशी किस तरह से इन आरोपों का सामना करती हैं और आगामी चुनावों में AAP का भविष्य किस दिशा में जाता है।
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