नाडा हफेज़ की अद्वितीय उपलब्धि: गर्भवती होते हुए ओलंपिक्स में भाग लेना
मिस्र की प्रसिद्ध तलवारबाज नाडा हफेज़ ने पेरिस 2024 ओलंपिक्स में अपने असाधारण साहस और समर्पण का परिचय दिया। सात महीने की गर्भवती होते हुए उन्होंने महिलाओं की व्यक्तिगत सैबर प्रतियोगिता के पहले दौर में अमेरिका की एलिज़ाबेथ टार्टाकोव्स्की को हराया, और फिर कोरिया की जॉन हायोंग के खिलाफ मुकाबला किया।
हफेज़ ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर इस खबर का खुलासा किया, जिसमें उन्होंने गर्व से कहा, “7 महीने की गर्भवती ओलंपियन!” उन्होंने यह भी जोड़ा, “पोडियम पर जो दो खिलाड़ी दिख रहे थे, वे वास्तव में तीन थे! मैं, मेरी प्रतिस्पर्धी, और हमारा आने वाला नन्हा बच्चा!”
गर्भावस्था के दौरान खेलना: शारीरिक और मानसिक चुनौतियाँ
हफेज़ ने गर्भावस्था के दौरान प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की शारीरिक और मानसिक चुनौतियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “गर्भावस्था अपने आप में कठिन है, लेकिन जीवन और खेल के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए लड़ना बेहद कठिन था, लेकिन यह हर रूप में सार्थक था।” उनके इस साहस और दृढ़ संकल्प ने उन्हें महिलाओं की व्यक्तिगत सैबर प्रतियोगिता के राउंड ऑफ 16 में अपनी जगह सुरक्षित करने का गर्व दिया।
नाडा हफेज़ की यात्रा
नाडा हफेज़ की यात्रा मिस्र से लेकर ओलंपिक्स तक की कहानी अद्वितीय है। 2016 के रियो ओलंपिक्स से लेकर 2024 के पेरिस ओलंपिक्स तक, उनकी यात्रा संघर्ष और प्रेरणा से भरी रही है। उनकी सफलता का श्रेय उनके परिवार, कोच, और उनके अद्वितीय समर्पण को जाता है। हफेज़ ने अपने खेल करियर के साथ-साथ अपने चिकित्सा अध्ययन को भी संतुलित किया है, जो उनकी लगन और मेहनत का प्रमाण है।
हफेज़ की यह प्रेरक कहानी नए एथलीटों को यह संदेश देती है कि कड़ी मेहनत, दृढ़ निश्चय, और समर्थन से कुछ भी असंभव नहीं है।
नाडा हफेज़ का गर्भवती होते हुए ओलंपिक्स में भाग लेना न केवल एक खेल उपलब्धि है, बल्कि यह उनकी अद्वितीय साहस, दृढ़ संकल्प, और समर्पण का भी प्रमाण है। उनके इस अद्वितीय प्रदर्शन ने उन्हें न केवल एक महान एथलीट बनाया है, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत भी बनाया है, जिससे अनगिनत लोग प्रेरित हो सकते हैं।
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