रेमंड शेयर 40% क्यों गिरे? जानिए वजह

रेमंड का शेयर NSE पर ₹1,906 पर खुला, जो पिछले दिन के ₹3,156.10 के बंद मूल्य से 39.60% कम है। रेमंड के शेयरों में आज अचानक 40% की गिरावट देखी गई। इस गिरावट का मुख्य कारण कंपनी के लाइफस्टाइल बिजनेस के डीमर्जर की घोषणा है।

Why did Raymond shares fall 40%? Know the reason
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रेमंड ने अपने लाइफस्टाइल बिजनेस को अलग करने का फैसला लिया है, जिसे अगस्त-सितंबर के आसपास अलग से सूचीबद्ध किया जाएगा। इस डीमर्जर के परिणामस्वरूप, मौजूदा रेमंड निवेशकों को हर पांच रेमंड शेयरों के लिए चार रेमंड लाइफस्टाइल के शेयर मिलेंगे। आज इस आवंटन की रिकॉर्ड तिथि है, जिसके कारण शेयर की कीमत में इतनी बड़ी गिरावट आई।

आज सुबह NSE पर रेमंड का शेयर ₹1,906 पर खुला, जो पिछले दिन के ₹3,156.10 के मुकाबले 39.60% की गिरावट दर्शाता है। हालांकि, कारोबार के दौरान शेयर ने थोड़ी रिकवरी की और ₹2,009.80 पर कारोबार कर रहा था, जो शुरुआती मूल्य से 3.07% की वृद्धि है।

MOFSL ने पहले अनुमान लगाया था कि डीमर्जर के बाद रेमंड लिमिटेड का मूल्य ₹1,415 प्रति शेयर होगा, जिसमें ₹1,200 प्रति शेयर रियल एस्टेट बिजनेस के लिए और ₹215 प्रति शेयर इंजीनियरिंग बिजनेस के लिए होगा। InCred Equities ने लाइफस्टाइल बिजनेस की उचित मूल्य ₹1,982, रियल एस्टेट बिजनेस की ₹1,086 और इंजीनियरिंग बिजनेस की ₹499 प्रति शेयर आंकी थी।

रेमंड ने अपनी रियल एस्टेट बिजनेस को भी अलग करने की योजना बनाई है, जिसमें 15-18 महीने का समय लग सकता है। डीमर्जर के बाद, शेष रेमंड इकाई में केवल इंजीनियरिंग बिजनेस शामिल होगा। लाइफस्टाइल बिजनेस के लिए शेयर एक्सचेंज अनुपात 4:5 और रियल एस्टेट लिस्टिंग के लिए 1:1 होगा।

रेमंड का रियल एस्टेट बिजनेस ठाणे में 100 एकड़ जमीन पर विकसित हो रहा है, जिसकी राजस्व संभावित ₹25,000 करोड़ है। वहीं, इंजीनियरिंग बिजनेस में MPPL के अधिग्रहण के बाद एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्रों में महत्वपूर्ण वृद्धि की संभावना है।

इस डीमर्जर का उद्देश्य तीन अलग-अलग व्यवसायों का निर्माण करके अधिक मूल्य प्राप्त करना है।

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Shubham
शुभम झोपे एक प्रतिष्ठित लेखक हैं जो "ख़बर हरतरफ़" के लिए नियमित रूप से लेख लिखते हैं। उनकी लेखनी में समकालीन मुद्दों पर गहन विश्लेषण और सूक्ष्म दृष्टिकोण देखने को मिलता है। शुभम की लेखन शैली सहज और आकर्षक है, जो पाठकों को उनके विचारों से जोड़ देती है। शेयर बाजार, उद्यमिता और व्यापार में और सांस्कृतिक विषयों पर उनकी लेखनी विशेष रूप से सराही जाती है।

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