प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंचे, जहां वह 18 से 19 नवंबर तक आयोजित होने वाले 19वें G20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन, वैश्विक अर्थव्यवस्था, और सतत विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।
संस्कृत मंत्रों के साथ आध्यात्मिक स्वागत
पीएम मोदी का स्वागत रियो डी जेनेरियो हवाई अड्डे पर संस्कृत मंत्रों के साथ किया गया। यह अनोखा स्वागत भारतीय संस्कृति की वैश्विक स्वीकार्यता और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक था। मंत्रों की गूंज ने कार्यक्रम को एक आध्यात्मिक अनुभव में बदल दिया, जिसने उपस्थित लोगों पर गहरी छाप छोड़ी।
Watch: Indian PM Modi welcomed by Sanskrit chants in Brazil. The Indian leader is in the country to attend the G20 summit, starting today. pic.twitter.com/OodUi5pstK
— Sidhant Sibal (@sidhant) November 18, 2024
G20 शिखर सम्मेलन की अहमियत
इस साल का G20 शिखर सम्मेलन बहुपक्षीय सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। पीएम मोदी विभिन्न वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय वार्ता करेंगे। भारत के लिए यह सम्मेलन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि देश ने पिछले वर्षों में वैश्विक मंच पर अपनी भूमिका को और मजबूत किया है।
प्रधानमंत्री का एजेंडा
पीएम मोदी इस सम्मेलन में भारत के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करेंगे, जो कि सतत विकास, डिजिटल अर्थव्यवस्था, और जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर केंद्रित होगा। इसके अलावा, यह उम्मीद की जा रही है कि वह विकासशील देशों के लिए फंडिंग और तकनीकी सहयोग को लेकर भी आवाज उठाएंगे।
भारत की भूमिका पर वैश्विक ध्यान
भारत ने हाल ही में G20 की अध्यक्षता की है, और इस सम्मेलन में भारत के प्रयासों की सराहना होने की संभावना है। पीएम मोदी का स्वागत और उनकी उपस्थिति न केवल भारतीय समुदाय के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह भारत की बढ़ती वैश्विक ताकत को भी दर्शाता है।
G20 शिखर सम्मेलन के मुख्य विषय
- जलवायु परिवर्तन: इस बार के एजेंडे में जलवायु वित्तपोषण और नवीकरणीय ऊर्जा पर जोर दिया गया है।
- डिजिटल अर्थव्यवस्था: डिजिटल नवाचार और वैश्विक व्यापार में डिजिटलीकरण की भूमिका पर चर्चा होगी।
- सतत विकास: गरीबी उन्मूलन और वैश्विक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी की ब्राजील यात्रा भारतीय दृष्टिकोण को वैश्विक मंच पर पेश करने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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