Kazakhstan में Azerbaijan Airlines के विमान J2-8243 के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया है। इस हादसे के पहले और बाद के भयावह क्षणों को एक यात्री द्वारा रिकॉर्ड किया गया वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। यह विमान 3 किमी दूर Aktau हवाई अड्डे के पास बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस भयावह घटना में विमान में सवार 67 यात्रियों में से 38 लोगों की मौत हो गई, जबकि बाकी गंभीर रूप से घायल हैं। Embraer 190 विमान Azerbaijan की राजधानी Baku से उड़ान भरकर रूस के दक्षिणी क्षेत्र चेचन्या के Grozny शहर की ओर जा रहा था।
वीडियो में दिखे खौफनाक पल
वीडियो में दिखाई देता है कि पीले ऑक्सीजन मास्क सीटों के ऊपर लटक रहे हैं। वहीं, यात्री घबराहट में चीखते और रोते हुए नजर आते हैं। “सीट बेल्ट बांधें” का चेतावनी संकेत बार-बार बज रहा है, और इस बीच एक यात्री लगातार “अल्लाहु अकबर” कहता सुनाई देता है।
इस वीडियो ने न केवल विमान में मौजूद यात्रियों की भयावह स्थिति को उजागर किया है, बल्कि विमान सुरक्षा मानकों को लेकर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
An oxygen cylinder exploded on board the Azerbaijan Airlines flight moments before the crash – Kazakh media
Video courtesy: https://t.co/p2dnXwNOAc pic.twitter.com/uniU33DWwW
— RT (@RT_com) December 25, 2024
दुर्घटना का विवरण
Azerbaijan Airlines के अनुसार, विमान में टेकऑफ के कुछ देर बाद ही तकनीकी खराबी आने लगी थी। चालक दल ने तुरंत Aktau हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग का निर्णय लिया। हालांकि, विमान रनवे तक नहीं पहुंच पाया और रनवे से 3 किमी पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
Kazakhstan के विमानन अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि विमान के इंजन में खराबी आने के संकेत मिले थे।
इस घटना से क्या सीखा जा सकता है?
यह दुर्घटना विमानन उद्योग के लिए एक चेतावनी है। विमान सुरक्षा मानकों और यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए। यात्रियों के लिए भी यह आवश्यक है कि वे हर उड़ान में सुरक्षा निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपातकालीन स्थिति में सतर्क रहें।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
यह वीडियो ट्विटर और फेसबुक पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसे लाखों लोगों ने देखा और इस पर भावुक प्रतिक्रियाएं दी हैं। लोग मृतकों के लिए संवेदना व्यक्त कर रहे हैं और सरकार से सुरक्षा मानकों में सुधार की मांग कर रहे हैं।