इज़राइल रक्षा बलों (IDF) ने ईरान में कई सैन्य ठिकानों पर हमला किया है, जो इज़राइल पर ईरान के निरंतर हमलों का जवाब माना जा रहा है। IDF के प्रवक्ता डैनियल हागरी ने इस हमले को आत्मरक्षा का कदम बताते हुए इज़राइली नागरिकों को सतर्क रहने का आग्रह किया है। अमेरिका ने भी पुष्टि की है कि उसे इस हमले के बारे में पहले से जानकारी थी, हालांकि अमेरिकी बलों ने इसमें कोई प्रत्यक्ष भाग नहीं लिया। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सेवेट ने इज़राइल के इस कदम को आत्मरक्षा का अधिकार बताते हुए समर्थन दिया।
शनिवार सुबह तेहरान में कई ज़ोरदार धमाकों की खबरें आईं। ईरानी राज्य टीवी ने दावा किया कि ये धमाके उनके वायु रक्षा प्रणाली की सक्रियता के कारण थे, जो कि इज़राइल के हमले का प्रतिकार कर रही थी। ईरान के कराज शहर में भी धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं, जबकि इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा और अन्य महत्वपूर्ण स्थल सामान्य रूप से कार्य कर रहे थे।
सीरिया से भी इसी प्रकार के हमले की खबरें आई हैं, जहाँ सीरियाई रक्षा बलों ने दमिश्क के पास कथित शत्रु तत्वों का सामना किया। हालांकि, सीरियाई घटनाओं का इज़राइली हमले से सीधे संबंध स्थापित नहीं हुआ है।
पिछले कुछ हफ्तों में, हमास और हिज़बुल्लाह जैसे ईरान समर्थित संगठनों के साथ इज़राइल का संघर्ष तेज हो गया है। अक्टूबर 2023 में हमास के हमले के बाद इज़राइल ने जवाबी कार्रवाई तेज कर दी है और सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए हैं। इज़राइली रक्षा मंत्री ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि इज़राइल को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करने वालों को “भारी कीमत” चुकानी पड़ेगी।
Israel has attacked on Iran very badly
We stand with Israel. 🇮🇳 👉 #SmackDown #ısrael #Tehran pic.twitter.com/R80W8MGNe6
— Ritik Yadav (@Ritik0701) October 26, 2024
अमेरिका ने इस क्षेत्र में तनाव कम करने के प्रयासों के तहत राजनयिक सक्रियता बढ़ाई है, ताकि यह स्थिति एक बड़े संघर्ष में न बदल जाए।