Key Highlights:
- सेंसेक्स 1,414.33 अंक गिरकर 73,267.35 पर बंद
- निफ्टी 420 अंक की गिरावट के साथ 22,124.70 पर पहुंचा
- आईटी, ऑटोमोबाइल और टेलीकॉम सेक्टर में भारी बिकवाली
- विदेशी निवेशकों ने सितंबर से अब तक 25 बिलियन डॉलर के शेयर बेचे
- निवेशकों के लिए यह धैर्य और समझदारी से फैसले लेने का समय
शेयर बाजार में भारी गिरावट, निवेशकों को बड़ा नुकसान
आज का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए एक भारी संकट भरा रहा। सुबह से ही बाजार में बिकवाली का दबाव बना हुआ था, और जैसे-जैसे दिन बढ़ा, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में लगभग 2% की भारी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 1,414 अंक लुढ़ककर 73,267.35 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 420 अंक गिरकर 22,124.70 के स्तर पर आ गया। इस गिरावट के कारण निवेशकों की संपत्ति में 9.91 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है।
क्यों गिरा शेयर बाजार?
इस भारी गिरावट के पीछे विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली एक प्रमुख कारण रही। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सितंबर 2024 से अब तक विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से 25 बिलियन डॉलर निकाल लिए हैं। इसके अलावा, आईटी, ऑटोमोबाइल और टेलीकॉम सेक्टर में भारी गिरावट देखी गई, जिससे बाजार में दबाव और बढ़ गया।
आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनियां TCS, Infosys और Wipro में 3-5% तक की गिरावट आई, जबकि Bharti Airtel और ICICI Bank के शेयरों ने भी बड़ी गिरावट दर्ज की।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
इस गिरावट ने लाखों निवेशकों को चिंतित और हताश कर दिया है। लेकिन बाजार के जानकारों का मानना है कि घबराने की बजाय सोच-समझकर निवेश करने की जरूरत है।
- घबराकर जल्दबाजी में बिकवाली न करें – शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। धैर्य रखना सबसे जरूरी है।
- लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट पर फोकस करें – जो निवेशक लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है।
- ब्लू-चिप और डिफेंसिव स्टॉक्स पर ध्यान दें – मजबूत कंपनियों में निवेश करना इस समय अच्छा विकल्प हो सकता है।
- फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस करें – किसी भी निवेश से पहले पूरी जानकारी जुटाना जरूरी है।
अगले कुछ दिनों में बाजार का रुख कैसा रहेगा?
विशेषज्ञों के मुताबिक, बाजार अभी कुछ और दिनों तक दबाव में रह सकता है। निवेशकों को GDP डेटा, वैश्विक बाजारों के ट्रेंड और फेडरल रिजर्व की नीतियों पर नजर बनाए रखनी होगी। हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरावट लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए खरीदारी का अच्छा मौका भी साबित हो सकती है।
निष्कर्ष: धैर्य ही सफलता की कुंजी है
शेयर बाजार में गिरावट अस्थायी होती है, लेकिन सही निवेश रणनीति अपनाकर निवेशक इस संकट से भी फायदा उठा सकते हैं। जो निवेशक धैर्य और समझदारी से निवेश करेंगे, वही इस मुश्किल समय से मजबूती से बाहर निकलेंगे।
यह भी पढ़े: Minsk ऑटोमोबाइल प्लांट ने भारत में खोला कार्यालय | व्यापार विस्तार की नई दिशा