नई दिल्ली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) [CPI (M)] के महासचिव सीताराम येचुरी की तबीयत को लेकर चिंताजनक समाचार सामने आया है। उन्हें पिछले महीने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया था। पार्टी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, येचुरी की स्थिति गंभीर है और उन्हें सांस की सहायता पर रखा गया है।
अस्पताल में भर्ती की जानकारी
सीताराम येचुरी को 19 अगस्त को उच्च बुखार की शिकायत के बाद एम्स के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया था। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, उन्हें निमोनिया की समस्या बताई गई थी, लेकिन सूत्रों ने पुष्टि की है कि स्थिति गंभीर नहीं है। हालांकि, उनकी तात्कालिक स्वास्थ्य स्थिति ने चिंता बढ़ा दी है।
चिकित्सा स्थिति और उपचार
सीपीआई (एम) के बयान के अनुसार, येचुरी को वर्तमान में अस्पताल के गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में रखा गया है। उनकी स्थिति की निगरानी एक बहु-विशेषज्ञ चिकित्सा टीम द्वारा की जा रही है। डॉक्टरों की टीम ने बताया है कि येचुरी को एक तीव्र श्वसन पथ संक्रमण के लिए उपचार मिल रहा है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
चिकित्सकीय टीम के मुताबिक, येचुरी के स्वास्थ्य की निगरानी बहुत ही सतर्कता से की जा रही है। गहन चिकित्सा इकाई में उनके उपचार के दौरान, डॉक्टर हर पल उनकी स्थिति पर नजर रख रहे हैं। इसके अलावा, चिकित्सा दल ने यह भी बताया कि उनका इलाज जारी है और स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
येचुरी ने हाल ही में मोतियाबिंद की सर्जरी करवाई थी, जो कि एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन इस सर्जरी के बाद उनके स्वास्थ्य में किसी तरह की समस्याएं उत्पन्न हुईं या नहीं, इसका स्पष्ट विवरण अभी तक नहीं मिला है।
Comrade Sitaram Yechury’s health condition pic.twitter.com/NDPl8HE8K0
— CPI (M) (@cpimspeak) September 10, 2024
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
सीताराम येचुरी भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा हैं। उनके स्वास्थ्य को लेकर देशभर में चिंता जताई जा रही है। उनके समर्थक और राजनैतिक सहयोगी उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। इसके साथ ही, कई राजनीतिक और सामाजिक संगठन उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए हैं और उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
सीताराम येचुरी की गंभीर स्थिति ने उनके समर्थकों और राजनीतिक दुनिया को चिंतित कर दिया है। उनके स्वास्थ्य की स्थिति पर नजदीकी से निगरानी रखी जा रही है और हम उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना करते हैं। चिकित्सकों की सलाह और देखरेख के तहत, उम्मीद की जा रही है कि वे जल्द ही ठीक हो जाएंगे और सामान्य जीवन में लौटेंगे।
यह भी पढ़े: दिल्ली में राष्ट्रपति शासन की मांग: बीजेपी और कांग्रेस की सियासी टकराव