Key Highlights:
- एक्ट्रेस साहिबा बाली ने मिस्र से लाए गिफ्ट्स के गायब होने की रहस्यमयी घटना साझा की।
- एक कब्र की मूर्ति और पिरामिड क्रिस्टल रातोंरात रहस्यमय तरीके से गायब हो गए।
- साहिबा ने कहा, वह भूतों पर विश्वास नहीं करतीं, लेकिन एनर्जी पर यकीन करती हैं।
- पूरे कमरे में कोई घुसा या निकला नहीं था, फिर भी सिर्फ यही दो चीजें गायब हैं।
“मिस्र से लाई गई कब्र की मूर्ति और पिरामिड क्रिस्टल रातोंरात गायब, एक्ट्रेस साहिबा बाली ने फैंस के साथ साझा किया डरावना अनुभव।”
एक्ट्रेस साहिबा बाली ने साझा किया मिस्र से लाए गिफ्ट्स के गायब होने का रहस्यमयी अनुभव
हाल ही में एक्ट्रेस साहिबा बाली ने मिस्र की अपनी छुट्टी से लौटने के बाद एक ऐसा अनुभव साझा किया है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज़ के जरिए साहिबा ने बताया कि कैसे मिस्र से लाई गई कुछ खास चीजें रातोंरात उनके कमरे से रहस्यमयी तरीके से गायब हो गईं, बिना किसी के कमरे में आने या बाहर जाने के।
क्या हुआ था उस रात?
साहिबा बाली मिस्र से लौटते समय अपने साथ कुछ यादगार चीजें लेकर आई थीं — जिनमें एक डेट्स (खजूर) का पैकेट, कुछ ज्वेलरी, एक कब्र की मूर्ति और एक पिरामिड क्रिस्टल शामिल था। खास बात यह है कि कब्र की मूर्ति और पिरामिड दोनों ही मृत्यु के प्रतीक माने जाते हैं।
साहिबा ने इन चीजों को एक टेबल पर सजा कर रखा और रात को सोने चली गईं। जब वह सुबह उठीं, तो देखा कि टेबल पर सबकुछ जस का तस रखा हुआ था, सिर्फ कब्र की मूर्ति और पिरामिड क्रिस्टल गायब थे।
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कोई अंदर आया भी नहीं था…
सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि साहिबा ने पुष्टि की कि रात भर उनके कमरे में न तो कोई आया था और न ही वह खुद बाहर निकली थीं। इस घटना ने उन्हें हैरान कर दिया। उन्होंने वीडियो में बताया,
“मैं भूत-प्रेत जैसी चीजों पर भरोसा नहीं करती, लेकिन एनर्जी यानी ऊर्जा पर मेरा विश्वास जरूर है।”
साहिबा ने कहा कि उन्होंने पूरा कमरा छान मारा, लेकिन गायब हुई चीजों का कोई सुराग नहीं मिला। बाकी सभी चीजें उसी तरह रखी थीं जैसी रात को थीं, उन्होंने इसे एक ‘बिज़ार’ यानी बेहद अजीब और डरावनी घटना बताया।
मिस्र की यादें और रहस्य
साहिबा बाली, जो ‘लैला मजनू’ और ‘चमकीला’ जैसी फिल्मों में अपने काम के लिए जानी जाती हैं, ने हाल ही में अपने मिस्र ट्रिप की कई खूबसूरत तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर की थीं। मिस्र की सभ्यता, रहस्य और ऐतिहासिक स्थलों के आकर्षण का अनुभव करते हुए उन्होंने यह नहीं सोचा था कि उनके साथ ऐसा कोई अलौकिक अनुभव भी जुड़ जाएगा।
साहिबा बाली की यह कहानी न केवल एक डरावने अनुभव को साझा करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कभी-कभी हम जिन चीजों को अंधविश्वास मानते हैं, वे भी हमें हैरान कर सकती हैं। चाहे हम भूत-प्रेत में विश्वास करें या न करें, ऐसी घटनाएँ हमें सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि इस दुनिया में कई रहस्य ऐसे हैं, जिनकी कोई तार्किक व्याख्या नहीं है।
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