केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार, 1 फरवरी 2025 को अपने 8वें केंद्रीय बजट में किसानों के लिए एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने पीएम धन धान्य कृषि योजना (Pradhan Mantri Dhan Dhanya Krishi Yojana) की शुरुआत की घोषणा करते हुए कहा कि यह योजना देश के 100 जिलों में कम उत्पादकता, मध्यम फसल तीव्रता और औसत से कम पैरामीटर्स वाले क्षेत्रों में लागू की जाएगी।
योजना का मुख्य उद्देश्य
निर्मला सीतारमण ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि उत्पादकता को बढ़ाना, फसल विविधीकरण और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाना, पंचायत और ब्लॉक स्तर पर फसलों के भंडारण को बेहतर बनाना, सिंचाई सुविधाओं में सुधार करना और दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक ऋण की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
कैसे काम करेगी योजना?
पीएम धन धान्य कृषि योजना को राज्य सरकारों के साथ मिलकर लागू किया जाएगा। यह योजना मौजूदा योजनाओं को एक साथ लाएगी और उन्हें और प्रभावी बनाएगी। इसके तहत 100 जिलों को चुना गया है, जहां कृषि उत्पादकता कम है और सिंचाई सुविधाएं अपर्याप्त हैं।
किसानों को कैसे मिलेगा फायदा?
इस योजना के तहत किसानों को बेहतर बीज, उन्नत कृषि उपकरण और आधुनिक तकनीक उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही, फसलों के भंडारण के लिए पंचायत और ब्लॉक स्तर पर नए गोदाम बनाए जाएंगे। इससे किसानों को अपनी फसलों को बेहतर दाम पर बेचने में मदद मिलेगी।
1.7 करोड़ किसानों को मिलेगा लाभ
वित्त मंत्री ने बताया कि इस योजना से लगभग 1.7 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा। यह योजना कृषि क्षेत्र में नई क्रांति लाने का प्रयास है और इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
पीएम धन धान्य कृषि योजना की खास बातें
- 100 जिलों में लागू की जाएगी योजना
- कृषि उत्पादकता में वृद्धि
- फसल विविधीकरण को बढ़ावा
- सिंचाई सुविधाओं में सुधार
- फसल भंडारण के लिए नए गोदाम
निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट 2025 किसानों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। पीएम धन धान्य कृषि योजना के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने का प्रयास किया गया है। यह योजना न केवल किसानों के जीवन में बदलाव लाएगी बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा देगी।
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