Anurag Kashyap ने दी टॉक्सिक बॉलीवुड को अलविदा गुस्से में बोले सबको 800 करोड़ की फिल्म बनानी है

"इंडस्ट्री बहुत टॉक्सिक हो गई है" – Anurag Kashyap

Anurag Kashyap bids goodbye to Bollywood: No more 800 crore film game!
Anurag Kashyap bids goodbye to Bollywood: No more 800 crore film game!
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Key Highlights

  • बॉलीवुड से विदाई: Anurag Kashyap ने खुलकर बताया कि बॉलीवुड की दुनिया अब सिर्फ बॉक्स ऑफिस नंबरों के पीछे भागती है।
  • टॉक्सिक इंडस्ट्री: उन्होंने कहा, “इंडस्ट्री बहुत टॉक्सिक हो गई है”, जहाँ रचनात्मकता का स्थान सिर्फ लाभ के पीछे भागने में बदल चुका है।
  • नई दिशा: अब वे दक्षिण फिल्मों में नए अनुभव और रचनात्मक आज़ादी की तलाश में हैं।
  • आगामी प्रोजेक्ट्स: “Dacoit” में एक पुलिस वाले की भूमिका और “Footage”, एक मलयालम थ्रिलर का हिंदी संस्करण जल्द ही दर्शकों से मिलने वाला है।

Anurag Kashyap: ‘टॉक्सिक’ बॉलीवुड से हटकर नई दिशा की ओर

नई दिल्ली से मिली ताज़ा जानकारी के अनुसार, फिल्म निर्देशक और अभिनेता Anurag Kashyap ने हाल ही में स्पष्ट किया कि उन्होंने बॉलीवुड को छोड़ने का निर्णय ले लिया है। हाल ही में “The Hindu” से संवाद के दौरान Kashyap ने बताया कि बॉलीवुड अब सिर्फ बॉक्स ऑफिस के आंकड़ों में उलझ चुका है, जिससे रचनात्मकता के लिए जगह कम हो गई है। उन्होंने कहा,

“मैं फिल्म इंडस्ट्री से दूर रहना चाहता हूँ। इंडस्ट्री बहुत टॉक्सिक हो गई है। हर कोई अगली 500 या 800 करोड़ की फिल्म बनाने में लगा है। रचनात्मक माहौल गायब हो चुका है।”

इस बात पर Kashyap ने पिछली बार “The Hollywood Reporter India” के साथ की बातचीत में भी अपनी निराशा प्रकट की थी, जहाँ उन्होंने अपनी असंतुष्टि जताई कि प्रोड्यूसर्स केवल मुनाफे के पीछे भागते हैं, जिससे फिल्म निर्माण की खुशियाँ कहीं खो जाती हैं।

नई राह की ओर कदम

सूत्रों के अनुसार, Kashyap ने संभवतः अपने नए सृजनात्मक अनुभव की तलाश में बेंगलुरु का रुख किया है। दक्षिण फिल्म इंडस्ट्री में काम करने की उनकी इच्छा, उन्हें एक मुक्त और रचनात्मक वातावरण प्रदान करने की उम्मीद है जहाँ प्रयोग और नवाचार को महत्व दिया जाता है।

यह बदलाव उनके लिए केवल एक पेशेवर निर्णय नहीं है, बल्कि व्यक्तिगत संतोष और मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में भी एक कदम है। जैसे एक डॉक्टर अपने मरीजों को स्वस्थ मानसिकता के लिए तनावमुक्त वातावरण की सलाह देता है, वैसे ही Kashyap भी कहते हैं कि रचनात्मकता के लिए एक सकारात्मक और खुला वातावरण बेहद जरूरी है।

आगामी प्रोजेक्ट्स पर नज़र

Kashyap जल्द ही “Dacoit” में एक पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाएंगे। यह एक द्विभाषी फिल्म है, जिसमें हिंदी और तेलुगु दोनों भाषाओं में शूटिंग की गई है। फिल्म के मुख्य किरदारों में Adivi Sesh और Mrunal Thakur शामिल हैं, जबकि रिलीज की तारीख अभी घोषित नहीं हुई है।

साथ ही, वह मलयालम थ्रिलर “Footage” के प्रचार में भी लगे हुए हैं, जिसे Saiju Sreedharan ने निर्देशित किया है। इस फिल्म में Manju Warrier, Vishak Nair और Gayathri Ashok मुख्य भूमिकाओं में हैं। “Footage” का हिंदी संस्करण 7 मार्च 2025 को प्रदर्शित होने वाला है, जिसमें Kashyap एक प्रेजेंटर के रूप में नजर आएंगे।

बॉलीवुड की टॉक्सिक दुनिया और मानसिक स्वास्थ्य

बॉलीवुड की आज की स्थिति में जहाँ रचनात्मकता को हमेशा मुनाफे के हिसाब से आंकलित किया जाता है, Kashyap का यह निर्णय एक महत्वपूर्ण संदेश देता है। यह संदेश है कि यदि हम अपनी रचनात्मक ऊर्जा को सही दिशा में नहीं मोड़ते, तो हमारी मानसिक और भावनात्मक सेहत पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

एक पत्रकार की सलाह की तरह, यह जरूरी है कि हम अपने जीवन में ऐसे वातावरण से दूर रहें जो हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करें। रचनात्मकता तभी खिल सकती है जब हम स्वयं को सकारात्मक और प्रेरणादायक परिवेश में पाएं।

Anurag Kashyap का यह बदलाव न केवल उनके व्यक्तिगत अनुभवों को दर्शाता है, बल्कि यह फिल्म इंडस्ट्री के उस पहलू को उजागर करता है जहाँ मुनाफे के पीछे भागने के कारण रचनात्मकता की सैरत खो जाती है। दक्षिण फिल्म इंडस्ट्री में नए प्रयोग और आज़ादी की तलाश, उनके लिए एक नई शुरुआत का संकेत है। यह कदम उन्हें एक ऐसे रास्ते पर ले जाएगा जहाँ सच्ची रचनात्मकता और आत्म-संतुष्टि को फिर से महत्व दिया जाएगा।

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