Microsoft Layoffs: टेक दिग्गज ने कर्मचारियों को प्रदर्शन के आधार पर किया बाहर, जानिए पूरी कहानी

Microsoft ने प्रदर्शन के आधार पर कर्मचारियों की छंटनी शुरू की है। जानिए कैसे यह फैसला कर्मचारियों के जीवन को प्रभावित कर रहा है और कंपनी की यह रणनीति क्या संकेत देती है।

Microsoft Layoffs: Tech giant lays off employees based on performance
Microsoft Layoffs: Tech giant lays off employees based on performance
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हाल ही में, अमेरिकी टेक दिग्गज Microsoft ने अपने कर्मचारियों के प्रदर्शन के आधार पर छंटनी की प्रक्रिया शुरू की है। यह जानकारी Business Insider की एक रिपोर्ट में सामने आई है। इसके मुताबिक, Microsoft ने अंडरपरफॉर्मिंग कर्मचारियों को नौकरी से हटाने का फैसला किया है। यह कदम कंपनी की प्रदर्शन-आधारित नीतियों को दर्शाता है, जो टेक इंडस्ट्री में एक बड़ी बहस का विषय बन गया है।

क्या है पूरा मामला?

Microsoft ने अपने कर्मचारियों को भेजे गए टर्मिनेशन लेटर्स में साफ तौर पर कहा है कि उनका प्रदर्शन कंपनी के मानकों से कम रहा है। इन लेटर्स के मुताबिक, कर्मचारियों को तुरंत नौकरी से हटा दिया गया है और उनकी सभी कंपनी एक्सेस, जैसे सिस्टम और बिल्डिंग्स, बंद कर दी गई हैं। साथ ही, उन्हें कोई और काम करने की अनुमति नहीं है।

रिपोर्ट के अनुसार, कुछ कर्मचारियों को सेवरेंस पे (Severance Pay) भी नहीं मिला है। इसके अलावा, उनके मेडिकल, प्रिस्क्रिप्शन और डेंटल हेल्थकेयर बेनिफिट्स भी तुरंत बंद कर दिए गए हैं।

क्या है Microsoft की रणनीति?

Microsoft ने पिछले कुछ महीनों में अपने कर्मचारियों का प्रदर्शन मूल्यांकन किया है, जिसमें लेवल 80 तक के कर्मचारी भी शामिल हैं। यह कंपनी के सबसे ऊंचे स्तरों में से एक है। कंपनी का कहना है कि अगर ये कर्मचारी भविष्य में Microsoft में दोबारा नौकरी के लिए आवेदन करते हैं, तो उनके पिछले प्रदर्शन और टर्मिनेशन को ध्यान में रखा जाएगा।

हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक, Microsoft का कुल हेडकाउंट ज्यादा नहीं बदलेगा, क्योंकि कंपनी इन भूमिकाओं को दोबारा भरने की योजना बना रही है। जून 2024 के अंत तक, Microsoft के पास लगभग 2,28,000 फुल-टाइम कर्मचारी थे।

क्या है कर्मचारियों पर प्रभाव?

इस तरह की छंटनी का कर्मचारियों के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। नौकरी जाने के साथ ही उन्हें तुरंत अपने स्वास्थ्य लाभ और वित्तीय सुरक्षा से हाथ धोना पड़ता है। यह न केवल उनके करियर को प्रभावित करता है, बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है।

क्या है टेक इंडस्ट्री में यह ट्रेंड?

Microsoft का यह कदम टेक इंडस्ट्री में एक बड़े ट्रेंड को दर्शाता है। पिछले कुछ सालों में, कई बड़ी टेक कंपनियों ने प्रदर्शन के आधार पर छंटनी की है। यह कंपनियों के लिए एक तरह से लागत कम करने और प्रदर्शन में सुधार लाने का तरीका बन गया है। हालांकि, इसके नैतिक पहलू पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।

क्या है भविष्य की राह?

Microsoft जैसी कंपनियों के लिए, यह जरूरी है कि वे अपने कर्मचारियों के साथ संतुलन बनाएं। प्रदर्शन के आधार पर छंटनी करना एक तरफ जहां कंपनी के लिए फायदेमंद हो सकता है, वहीं दूसरी तरफ यह कर्मचारियों के विश्वास को ठेस पहुंचा सकता है। भविष्य में, कंपनियों को इस तरह के फैसले लेते समय मानवीय पहलुओं को भी ध्यान में रखना होगा।

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